बिहार में इस बार 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे देश भर में सबसे पहले जारी हो सकते हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इसकी तैयारियों में जोरशोर से जुटी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 10वीं और 12वीं की कॉपियों के मूल्यांकन की प्रक्रिया इसी महीने में संपन्न हो जाएंगी. परीक्षा समिति का लक्ष्य सभी प्रक्रियाएं पूरी करके अप्रैल में परिणाम जारी कर देने का है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इंटरमीडिएट की कॉपियां जांचने का कार्य 17 मार्च तक पूरा कर लेना है. पहले बिहार बोर्ड ने इंटरमीडिएट की कॉपियों की जांच के लिए 15 मार्च तक का समय निर्धारित किया था. लेकिन इसे दो दिन बढ़ा दिया गया. बिहार बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक ने सभी मूल्यांकन केंद्र निदेशकों को भेजे गए पत्र में कहा है कि हर हाल में 17 मार्च तक कॉपियों की जांच पूरी करके 18 मार्च तक बोर्ड को इसकी सूचना दें. हालांकि सूचना मिल रही है कि अभी भी कॉपियों की जांच का कार्य पूरा नहीं हुआ है.
कई हाई स्कूल तलब
इधर, 10वीं प्रैक्टिकल परीक्षाओं के अंक कई हाई स्कूलों से अभी तक नहीं भेजे गए हैं. इसको लेकर परीक्षा समिति ने स्कूलों के प्रिंसिपलों को तलब किया है. प्रैक्टिकल परीक्षा फरवरी में ही संपन्न हो गई थी. बोर्ड द्वारा सैद्धांतिक परीक्षाओं में प्रायोगिक परीक्षा के अंकों जोड़ा जाता है. इसलिए जिन स्कूलों ने अभी तक प्रायोगिक परीक्षा का अंक नहीं भेजा है. उनसे अविलंब अंक भेजने का दिया गया है.
12वीं में 13.5 लाख छात्रों का रजिस्ट्रेशन
इस साल इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए 13.5 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. जबकि 16.8 लाख उम्मीदवारों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन किया था. 10 वीं के परिणाम कक्षा 12 के बाद जारी हो सकते हैं.
पिछले साल के मुकाबले अधिक इंतजार
बता दें कि इस साल 10 वीं परीक्षाएं 24 फरवरी 12 की 13 फरवरी को समाप्त हुई थीं. बताया जा रहा है कि इस साल बोर्ड रिजल्ट जारी होने में पिछले साल से ज्यादा समय लग सकता है. पिछले साल, 12वीं क्लास का परिणाम कोरोना वायरस (covid-19) के कारण लगे लॉकडाउन से ठीक पहले 25 मार्च 2020 को जारी किया था. जबकि 10 वीं का परिणाम 26 मई, 2020 को जारी किया गया था.