छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बुधवार को नक्सली संगठन के सेक्शन कमांडर ने सरेंडर सहित 5 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरकार की नीतियों के अनुसार, नक्सली संगठन में पद के मुताबिक सरेंडर करने वाले नक्सलियों पर कुल 13 लाख रुपए का ईनाम था। बताया जा रहा है कि नक्सली संगठन में प्रताड़ना से तंग आकर और सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर इन सभी नक्सलियों ने सरेंडर किया है।
DIG ऑरेशन CRPF कोमल सिंह, बीजापुर SP कमलोचन कश्यप, CRPF 168 कमांडेंट विकास पांडे के सामने सभी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें 8 लाख रुपए का इनामी पामेड़ निवासी सेक्शन कमांडर पांडू उर्फ सोनू उर्फ राजू, 3 लाख का इनामी गंगालूर निवासी डिप्टी कमांडर मंगू पोटाम, एक-एक लाख रुपए के इनामी दलम डिप्टी कमांडर गंगालूर निवासी लोकेश हेमला व आयतु कोडेम और बोडलापुसनार निवासी आयतु हपका शामिल है।
सरेंडर करने वाले नक्सली अलग-अलग वारदातों में रहे हैं शामिल
सरेंडर करने वाले नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत प्रत्येक को 10-10 हजार रुपए प्रदान किए गए हैं। यह नक्सली अलग-अलग वारदातों में शामिल रहे हैं।
सेक्शन कमांडर पांडू उर्फ सोनू उर्फ राजू
नारायणपुर की झारा घाटी में एंबुश लगाकर पुलिस पर हमला। इसमें 6 जवान शहीद हुए थे और 7 हथियार लूटे गए थे।
नारायणपुर के ग्राम खुदुरू घाटी में एंबुश लगाकर पुलिस पर हमला। इसमें 9 जवान शहीद हुए और हथियार लूटे गए।
डिप्टी कमांडर मंगू पोटाम
2010 में पुसनार मिलिशिया सदस्य में भर्ती हुआ। फिर गंगालूर एरिया दलम सप्लाई का सदस्य बनाया गया।
2019 में प्लाटून नं0 12 का सेक्शन डिप्टी कमांडर के रूप में कार्य किया। 2013 से एक्शन टीम सदस्य के रूप में कार्यरत था।
दलम डिप्टी कमांडश्र लोकेश हेमला
2007 में सावनार CNM सदस्य के रूप में कार्य किया। 2013 में सप्लाई टीम का डिप्टी कमांडर बनाया गया।
पश्चिम और दक्षिण बस्तर डिविजन में सामान, दवाइया, टेंट सामग्री, लाल कपड़ा, पोस्टर, पेंट आदि सामान पहुंचाता था ।
कम्यूनिकेशन टीम सदस्य आयतु कोडेम
2011 में गंगालूर एरिया कमेटी में PLGA सदस्य में भर्ती हुआ । 2012-2018 तक माड़ डिवीजन में कम्यूनिकेशन टीम का सदस्य बनाया गया।
मिलिशिया सदस्य आयतु हपका
2013 में गंगालूर एरिया कमेटी में मिलिशिया सदस्य के रूप में भर्ती हुआ।
2014 में हुर्रेपाल के जंगल में पुलिस-माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में शामिल था।