रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीत सत्र जारी है, दोपहर बाद सदन की कार्रवाई फिर से शुरू हुई, जहां अफसरों की गैर मौजूदगी पर बवाल मच गया है। विपक्ष ने अफसरों के सदन में मौजूद नहीं होने का मामला उठाया, स्वास्थ्य विभाग के ध्यानाकर्षण के दौरान अफसर सदन में मौजूद नहीं थे। जिस पर भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मांग करते हुए कहा कि अगर अफसर सदन में नहीं आ सकती तो सदन की कार्रवाई स्थगित की जाए। बाद में इन विषयों पर चर्चा की जाए।
वहीं जवाब में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं
इस वजह से सदन में मौजूद नहीं हैं, वहीं बाकी विभाग के अफसरों की गैर मौजूदगी को लेकर भी सदन में बवाल मचा। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष और अफसर सदन के प्रति गंभीर नहीं हैं।
वहीं विधानसभा में कोरोना से मौत का मुद्दा भी खूब गरमाया। भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से मुद्दा उठाते हुए कहा कि प्रदेश में दूसरे राज्यों की तुलना में मृत्यु दर अधिक है । स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में सरकार लचर रही, दूसरे राज्यों में बेहतर उपचार की वजह से मौतें कम हुई। मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जवाब दिया कि सितंबर महीने में सबसे अधिक 1156 लोगों की मौत हुई। दूसरे राज्यों की तुलना में प्रदेश में बेहतर उपचार उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में दूसरे राज्यों की तुलना में टेस्टिंग भी अधिक हुई है। छत्तीसगढ़ में मृत्यु का प्रतिशत आबादी की तुलना में 000.1 प्रतिशत है। लोगों के देर से आने की वजह से मौतों के मामलों में वृद्धि हुई है, स्वास्थ विभाग ने हर दिन 200 से 35 हजार तक टेस्ट की संख्या बढ़ाई है। मुझे ऐसे विभाग के साथ काम करने पर गर्व है।