Home News गौठानों में बरस रहा धन, गोधन ने खोले समृद्धि के द्वार… जानिए

गौठानों में बरस रहा धन, गोधन ने खोले समृद्धि के द्वार… जानिए

12
0

बिलासपुर।  राज्य शासन की दो महत्वाकांक्षी योजनाएं गोधन न्याय और राजीव गांधी न्याय योजना अन्न्दाता किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। छत्तीसगढ़ देश का पहला प्रदेश है जहां राज्य सरकार गोबर की खरीदी कर रही है। गोधन ने किसानों के लिए समृद्धि के द्वार खोल दिया है। किसान समृद्ध होने के साथ ही साथ आत्मनिर्भरता का अनूठा उदाहरण भी पेश कर रहे हैं। राजीव गांधी न्याय योजना किसानों के सपनों को साकार करने का बड़ा जरिया साबित हो रहा है। 20 जुलाई 2020 को हरेली त्योहार के दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना की शुस्र्आत की थी। गौपालकों से गोबर की खरीदी भी शुरू हो गई है। गौठानों में गोबर खरीदी के अलावा गोबर से उत्पाद भी बनाए जा रहे हैं। गोकाष्ठ के अलावा गोबर से दीया और वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण भी किया जा रहा है।

गोबर विक्रेताओं को आनलाइन भुगतान

राज्य शासन ने गौपालक गोबर विक्रेताओं को गोबर की खरीदी के बाद सीधे उनके बैंक खाते में आनलाइन भुगतान किया जा रहा है। इसके पीछे विक्रेताओं का राहत पहुंचाना और भुगतान में गड़बड़ी की आशंका को दूर करना माना जा रहा है। गोबर खरीदी के लिए गौठान समिति को अधिकृत किया गया है। समिति के जरिए गोबर की खरीदी की जा रही है।

वर्मी कम्पोस्ट के अलावा अन्य उत्पाद भी बनाए जा रहे

गौठानों में गोबर से अलग-अलग उत्पाद बनाने का काम भी प्रारंभ हो गया है। नगर निगम ने दो गौठानों में गोबर से गोकाष्ठ के अलावा दीया और वर्मी कम्पोस्ट भी बनाए जा रहे हैं। गोकाष्ठ का उपयोग अब मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए किया जा रहा है। इससे पेड़ों की कटाई पर रोक लगेगी व पर्यावरण भी स्वच्छ रहेगा। पर्यावरण को स्वच्छ रखने के साथ ही पेड़ों की कटाई स्र्कने से वातावरण स्वच्छ रहेगा। वर्मी कंपोस्ट का उपयोग अब खेती में किया जाएगा। रासायनिक खाद के बजाय किसान अब जैविक खेती की ओर रूख करेंेगे।

गौठानों से बरस रहा धन

जिले में बनाए गए गौठानों की संख्या-88

चार हजार 273 पशु पालकों से खरीदी गोबर- 91306.09 क्विंटल

बिल्हा ब्लाक से गोबर खरीदी-खरीदी-.27 क्विंटल

कोटा ब्लाक से गोबर खरीदी- 13180.07 क्विंटल

तखतपुर ब्लाक से गोबर खरीदी- 27768.37 क्विंटल

मस्तूरी ब्लाक से गोबर खरीदी- 15163.138 क्विंटल

पशु पालकों को किया गया भुगतान- एक करोड़ 80 लाख स्र्पये

गोबर से बनाया वर्मी कंपोस्ट- 781.79 क्विंटल

धान बेचने वाले किसानों की संख्या में हुई बढ़ोतरी

वर्ष 2018-19-

धान बेचने वाले किसानों की संख्या- 92087

धान की खरीदी- 4414182.20 क्विंटल

खरीदी केंद्रों की संख्या- 128

वर्ष 2019-20

धान बेचने वाले किसानों की संख्या- 107419

धान की खरीदी- 4828029.70 क्विंटल

खरीदी केंद्रों की संख्या- 130

वर्ष 2020-2021

धान बेचने वाले किसानों की संख्या- 105533

धान की खरीदी- 966431.20 क्विंटल

खरीदी केंद्रों की संख्या- 124

योजनाएं जो पकड़ रही रफ्तार

जैविक खेती मिशन योजना के तहत कोटा ब्लाक के ग्राम नवागांव सोन,मिठ्ठू नवागांव,बरपाली व नगोई में 100-100 एकड़ में संचालित की जा रही है। एचएमटी,विष्णुभोग व स्वर्णा धान की खेती की जा रही है।

परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत ग्राम सिलदहा,भैंसाझार एवं बछालीखुर्द में 500 एकड़ में जैविक खेती की जा रही है।

नए वर्ष में मिलेगी सौगात

0 अरपा भैंसाझार परियोजना जिसकी सिंचाई क्षमता 25 हजार हेक्टेयर है एवं जल भराव क्षमता 22.60 मिट्रिक घनमीटर है।

0 जिले में 49 लघु सिंचाई परियोजनाएं निर्माणाधीन है। जिसकी सिंचाई क्षमता 21082 हेक्टेयर खरीफ फसल और 3248 हेक्टेयर रबी फसल है। जल भराव क्षमता 25.929 मिट्रिक घ्ान मीटर है।

0 बिलासपुर अरपा नदी में शिवघाट व पचरीघाट में बैराज निर्माण। प्रस्तावित ऊंचाई 3.50 मीटर है।

किसानों को ऐसे मिली राहत

0 प्रदेश के 66 हजार 138 किसानों का करीब 211.40 करोड़ स्र्पये अल्पकालीन कृषि ऋण माफ।

0 जल कर के रूप में 80 हजार 897 किसानों का 131.790 लाख स्र्पये बकाया माफ।