बिलासपुर। झारखंड सीमा से लगे बलरामपुर जिले के सामरी क्षेत्र में तीन ठेका कर्मचारियों का नक्सलियों द्वारा अपहरण किए जाने की घटना के बाद पुलिस और सतर्क हो गई है। तीनों ठेका कर्मियों को नक्सलियों ने रिहा जरूर कर दिया है लेकिन क्षेत्र में नक्सली दोबारा पैर न पसार सकें इसे देखते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों में सीआरपीएफ के साथ पुलिस अधिकारी-कर्मचारी सघन गश्त करने के साथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जनता से सीधा संपर्क स्थापित कर रही है।
बलरामपुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में कही भी नक्सलियों की मौजूदगी के प्रमाण नहीं मिले है लेकिन झारखंड से चोरी-छिपे घुसने वाले नक्सलियों को स्थानीय स्तर पर किसी भी प्रकार का सहयोग न मिले इसे लेकर भी ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।
पूर्व में नक्सल प्रभावित रहे सामरी क्षेत्र में हुई नक्सली घटनाओं के बाद पुलिस के प्रति ग्रामीणों के विश्वास में कमी न हो व पुलिस व ग्रामीणों के बीच बेहतर तालमेल बना रहे तथा पुलिस का सूचना तंत्र मजबूत करने के लिए पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू के निर्देश पर पूरे जिले के नक्सल प्रभावित रहे क्षेत्रों में पुलिस, सीआरपीएफ व छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं। यहां तक की रात्रि विश्राम भी गांव में ही कर रहे हैं। ग्रामीणों के बीच बैठकर फोर्स उनका सुख-दुख भी साझा कर रही है।
मालूम हो कि सामरी क्षेत्र में नक्सलियों के द्वारा अपहरण सहित अन्य घटनाओं को अंजाम दिया गया था। सड़क निर्माण कार्य मे लगी वाहनों को कुछ महीने पहले आग लगा दी गई थी, इसके बाद नक्सल समस्या फिर से न पनप सके एवं ग्रामीणों का विश्वास पुलिस के प्रति मजबूत करने के लिए पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू के निर्देश के बाद लगातार पुलिस, सीआरपीएफ, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवान उन क्षेत्रों में गश्त कर रहे हैं जो नक्सल प्रभावित हैं या कभी नक्सल प्रभावित रहे हैं।
गश्त के साथ-साथ वे रात्रि विश्राम भी गांव में ही कर रहे हैं। पुलिस के द्वारा जिस प्रकार से लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है उसके पीछे जन विश्वास को और मजबूत करना प्रमुख उद्देश्य है। इससे ग्रामीणों के बीच पुलिस का विश्वास भी बढ़ेगा।
समस्याओं के निराकरण का प्रयास
पुलिस टीम के द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार गश्त किया जा रहा है, साथ ही साथ पुलिस अधिकारी-कर्मचारी लगातार ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू भी हो रहे है। पुलिस के क्षेत्र में लगातार गश्त से पुलिस का सूचना तंत्र भी मजबूत होगा।
जन समस्याओं के निराकरण के लिए उच्च अधिकारियों से समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है अंतर विभागीय समन्वय पर भी जोर दिया गया है ताकि दूरस्थ इलाकों में बुनियादी सुविधा के लिए लोगों को परेशान न होना पड़े।
सूचना तंत्र को मजबूत करने की कोशिश
पुलिस सिर्फ कुसमी क्षेत्र में ही नहीं वरन उन क्षेत्रों में भी लगातार गश्त कर रही है जो कभी नक्सल प्रभावित रहे हैं साथ ही साथ सरहदी क्षेत्रों में पुलिस की कड़ी निगरानी है।
यहां से पहले नक्सली आना-जाना करते थे। पुलिस की कोशिश है कि सूचनातंत्र को मजबूत किया जाए ताकि चोरी-छिपे झारखंड के रास्ते घुसने वाले नक्सलियों को किसी प्रकार का कोई मौका न मिले।
ग्रामीणों का पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े व पुलिस का सूचना तंत्र मजबूत हो इसीलिए पुलिस की टीम लगातार नक्सल क्षेत्रों में गश्त कर ही रही है। साथ ही साथ रात्रि विश्राम भी गांव में कर रही है।