बिलासपुर। एक सौ सीटों में प्रवेश की मिली अनुमति के तहत मेडिकल कालेज अंबिकापुर में आल इंडिया कोटा की 15 में से आठ सीटें दो चरण की काउंसलिंग के बाद भर गई है।
सात सीटें खाली हैं। अब यह सीटें स्टेट कोटा में मर्ज हो जाएगी। स्टेट कोटे की 82 सीटों में से 78 सीटें पहले चरण की काउंसलिंग में ही भर चुकी हैं सिर्फ चार सीटें बची हुई है। केंद्रीय कर्मचारियों के लिए आरक्षित तीन सीटों पर प्रवेश के लिए भारत सरकार की ओर से अभी तक कोई सूची मेडिकल कालेज प्रबंधन को उपलब्ध नहीं कराई गई है। नागालैंड की एक छात्रा मेडिकल कालेज अंबिकापुर में प्रवेश के लिए दिलचस्पी दिखाई है। उसने प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों से दूरभाष के माध्यम से चर्चा की है।
एक वर्ष के अंतराल के बाद मेडिकल कालेज अंबिकापुर को एमबीबीएस प्रथम वर्ष में एक सौ सीटों पर प्रवेश की अनुमति दी गई है। आल इंडिया कोटे की यहां 15 सीटें हैं। स्टेट कोटे की 82 और केंद्रीय कर्मचारियों के लिए तीन सीट आरक्षित है। आल इंडिया कोटे के दोनों चरण की काउंसलिंग पूरी हो चुकी है। इस बार आल इंडिया कोटे में 15 में से आठ सीटें भर पाई है।
इसके लिए कोरोना को भी कारण माना जा रहा है। आल इंडिया कोटे की सात सीटें रिक्त हो जाने का फायदा छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों को मिलेगा। मेडिकल कालेज अंबिकापुर में स्टेट कोटे की 82 सीटों के लिए पहले चरण की काउंसलिंग में ही 78 सीटें भर गई है सिर्फ चार सीटें खाली रह गई हैं जिन 78 सीटों पर विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है।
संभव है उनमें 25 से 30 सीटें अपग्रेडेशन में दूसरे कालेजों में चले जाए। ऐसे में अपग्रेडेशन में जो सीटें रिक्त रह जाएंगे, उन सीटों पर प्रवेश के लिए छत्तीसगढ़ के ही ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने नीट की परीक्षा में कम अंक हासिल किया है उन्हें प्रवेश मिल जाएगा। यह स्थानीय विद्यार्थियों के लिए भी फायदेमंद ही होगा। सरगुजा क्षेत्र के विद्यार्थियों ने भी मेडिकल कालेज अंबिकापुर में प्रवेश लिया है।
आल इंडिया कोटा की दोनों चरण और स्टेट कोटे की एक चरण में ही मेडिकल कालेज अंबिकापुर की 86 सीटें भर चुकी है जिससे प्रबंधन में भी खासा उत्साह है। अब स्टेट कोटे के द्वितीय चरण के काउंसलिंग आरंभ होने वाली है। इस चरण में मेडिकल कालेज अंबिकापुर की सभी सीटों पर विद्यार्थियों का प्रवेश संभावित है।
शासन स्तर से एक जनवरी से मेडिकल की पढ़ाई आरंभ करने का भी निर्देश प्राप्त हो चुका है। प्रबंधन द्वारा उसके पहले ही सारी तैयारी सुनिश्चित कर लेने की कोशिश की जा रही है। मेडिकल कालेज के स्वयं के भवनों का निर्माण भी तेजी से कराया जा रहा है।
और 25 सीटों पर प्रवेश की मिल सकती है अनुमति
मेडिकल कालेज अंबिकापुर को ईडब्ल्यूएस के तहत 25 और सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिलने की पूरी संभावना है। प्रबंधन के मुताबिक जब एक सौ सीटों पर प्रवेश की मान्यता मिल चुकी है तो पूरी उम्मीद है कि इसी सत्र से मेडिकल कालेज की सीट बढ़कर 125 हो जाएगी। आदिवासी क्षेत्र होने और नजदीक में कोई दूसरा मेडिकल कालेज नहीं होने का फायदा अंबिकापुर मेडिकल कालेज को मिल सकता है।
आल इंडिया कोटे की पंद्रह में आठ सीट भर चुकी है। स्टेट कोटे में 78 विद्यार्थियों ने प्रवेश ले लिया है। संभव है इसमें कुछ अपग्रेडेशन में चले जाएं, ऐसा हुआ तो मेरिट के दूसरे विद्यार्थियों को मौका मिलेगा। भारत सरकार नामिनी के तीन सीटों में प्रवेश शेष है। नागालैंड की एक छात्रा ने प्रबंधन से प्रवेश को लेकर संपर्क किया है।