छत्तीसगढ़ में बुधवार को 1648 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें रायपुर के 177 केस शामिल हैं। पिछले 24 घंटे में 27 नई मौतें हुई है, जिसमें रायपुर की तीन मौत शामिल है। छत्तीसगढ़ में प्रति दस लाख लोगों में औसतन 90 हजार की कोरोना जांच हो रही है। प्रदेश के 28 जिलों में से गौरला पेंड्रा मरवाही, नारायणपुुर, बीजापुर, सुकमा, मुंगेली, नारायणपुर ऐसे जिलों में शामिल हैं, जहां बीते एक हफ्ते से अपेक्षाकृत कम केस निकल रहे हैं। इन जिलों में कोरोना मरीजों की संख्या बड़ी मुश्किल से दो अंकों में पहुंच रही है। इस बीच, प्रदेश में पूरे कोरोना काल के दौरान सबसे ज्यादा मरीज सितंबर के महीने में मिले हैं। सितंबर के माह में 82 हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों की पहचान की गई, जबकि अक्टूबर में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं।
अक्टूबर के महीने में प्रदेश में 1,114 मौतें हुई है। रायपुर में अब तक 660 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। यहां संक्रमण कम होने के बावजूद रोज एक न एक संक्रमित की मौत हो रही है। नारायणपुर, गौरेला पेंड्रा मरवाही और बलरामपुर में मार्च से दिसंबर की शुरूआत तक दस से भी कम कोरोना मौतें हुईं हैं।
सीएम का पीएम को पत्र – छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल इसलिए पहले चरण में और मुफ्त दें कोरोना टीका
सीएम भूपेश बघेल ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ को पहले चरण में शामिल करते हुए नि:शुल्क कोरोना टीका उपलब्ध कराने की मांग रखी है। सीएम ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल राज्य है, इसलिए इसे प्राथमिकता देकर पहले चरण में ही टीका उपलब्ध कराएं। साथ ही, छत्तीसगढ़ को केंद्र से मिले सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया है। अपने पत्र में सीएम ने लिखा है कि कोरोना से लोगों में तनाव और भय की स्थिति बनी है। सभी लोगों की शांति और उनका अच्छा स्वास्थ्य सुनिश्चित करना सरकार का सर्वोच्च कर्तव्य है।
कोरोना वायरस से जुड़े प्रकरणों और उससे होने वाली मौत को रोकने के लिए कोरोना का टीकाकरण अत्यंत महत्वपूर्ण है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संकेत दिया है कि निकट भविष्य में वैक्सीन उपलब्ध होने की संभावना है, जो मानवता के लिए बड़ी उपलब्धि है। सीएम ने यह भी बताया है कि टीकाकरण कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य पूरी तरह से तैयार है। इस टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अलावा पुलिस बल, राजस्व विभाग, शहरी विकास विभाग, ग्रामीण पंचायत विभाग के फंट लाइन वर्कर्स और मीडिया कर्मियों जैसे कोरोना योद्धाओं को भी शामिल करने की योजना है।