नरसिंहपुर । यहां स्थित है मंगलमूर्ति का अद्भूत धाम…जहां बह रही है आस्था की गंगा…..यहां गूंजते हैं गणपति के जयकारे । गजानन के दिव्य दरबार में पहुंचते ही श्रद्धा से सिर झुक जाते हैं। । गणेशजी का ये दिव्य धाम स्थित है मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में, इस मंदिर की विशेष मान्यता है…करीब 3 सौ साल पुराने इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां की दीवारों पर सिक्के चिपकाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं । यहां शीश नवाने से मनचाहा जीवनसाथी मिलता है।
कहते हैं यहां विराजे भगवान गणेश सबकी सुनते हैं…युवक-युवतियां इस गणेश मंदिर में आकर मनचाहे जीवनसाथी की कामना करते हैं। गणेश मंदिर की दीवार पर सिक्का चिपकाते हैं और कहते हैं गणपति बप्पा मेरी भी जोड़ी बना दो, जिसका सिक्का दीवाल में चिपक जाता है तो माना जाता है कि गणपति बप्पा ने उसकी मुराद मान ली है। इसलिए यहां हर बुधवार को सैकड़ों युवक युवतियां आते हैं …और बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं ।
गणेशोत्सव के समय यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन आम दिनों में भी यहां हमेशा गणपति का दरबार सजा रहता है । यहां हर दिन आस्था और श्रद्धा का अलख जगता है। गणेशजी की महिमा अपरंपार है…वो चमत्कारों के स्वामी हैं । वो अष्ट विनायक हैं…वो शिव-पार्वती के प्रिय हैं…उनकी शरण में जो भी आता है…उसका कल्याण निश्चित है। इलाके में कई ऐसे दंपति हैं, जिनकी शादी गणेशजी की कृपा से हुई है। यही वजह है कि यहां कई प्रेमी जोड़े बड़ी उम्मीद के साथ पहुंचते हैं. । गणपति उनकी भी प्रार्थना सुनते हैं….बस मन्नतों के देवता की एक ही शर्त रहती है…दीवार पर सिक्का चिपकना चाहिए…फिर देखिए…उनका चमत्कार ।