Home News इंटरनेशनल मेनू में शामिल हुआ चापड़ा चटनी और दोना पुड्गा

इंटरनेशनल मेनू में शामिल हुआ चापड़ा चटनी और दोना पुड्गा

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प्रस्ताव पर बस्तर पहुचे विस्व्ह के नो 1 शेफ गार्डन समसे को खूब भय बस्तरिया व्यंजन

बस्तर के अदिवासियोसियो द्वारा तैयार की जाने वाली चपड़ा चटनी (रेड एंट) और दोना पुडगा (मुर्गा ) अब

विश्व भर में धूम मचा रहा है जाने माने ब्रिटिश शेफ लन्दन निवासी गार्डन जेम्स रामसे ने बस्तर के इन दोनों व्यंजनों को अपने मेनू में स्थान दिया है

दिल्ली से चार्टर्ड प्लान से यहाँ पहुचे गार्डन सड़क मार्ग से खुद बुलेट  चलते हुए धुर नक्सल प्रभावित ब्लाक के मझिपाल गाव पहुचे जहा उन्होंने 3 दिन और 2 रातें बिताई इस बीच १६ सदसीय कृ मेम्बर गर्द के साथ साये की तरह रहा करते थे हालाँकि उनके प्रवास की खबर स्थानीय पुलिस या प्रसासन को भी नहीं थी लेकिन कृ ने उनके आने से 2 महीने निज सहायक सारा की अगुवाई में पुरे इलाके का भ्रमण किया था और रुत चार्ट सहित पूरी प्लानिंग तैयार की थी मझिओपाल निवाशी प्रशिध तुर गॉइड राज्निस पनिकर के पास पहुचकर उन्होंने सबसे पहले अपने डॉक्यूमेंट्री पूरी की ईशी बीच उन्हें नहुए की शराब पुलाई गई और साथ में चपड़ा चटनी परोसा गया

रात के खाने में दोना पुड्गा तैयार था दोनों ही व्यंजन गार्डन को खूब भायें और उन्होंने लन्दन लौटने के बाद इसे अपने मून में शामिल कर लिया एक घंटे की डॉक्यूमेंट्री तैयार करने भारत आये गार्डन ने १२ मिनुत बस्तर को दिए इस डॉक्यूमेंट्री का प्रसारण विश्व के जाने 17 चैनलों पर हुआ गार्डन की निज सहायक सारा ने तवीत कर रजनीश को बताया की दुनिया भर के लोग चापड़ा चटनी और दोना पुड्गा के दीवाने हो रहे है

यह है दुनिया के टॉप शेफ

गार्डन जेम्स रामसे , जेमी ओलिवर , वोल्फ्वेंग पाक , मर्कोपायरी वाईट संजीव कपोर थामस कलर इमेरियल लगासे चार्ली त्रोटर पॉल बेकुसे और एंथनी बार्देन

उर्मिला ने तैयार किया था पुड्गा

टूर गुइड रजनीश की पत्नी उर्मिला और उनकी बड़ी बहन ने गुअर्दें के सत्कार के लिए बड़ी बहन ने गार्डन के सत्कार के लिए दोना पुडगा तैयार किया था हिरदइ, पूरण, गनपत, महेंद्र. महंगू और चम्पा ने तरह तरह के वयंजन और बस्तरिया पेय उनके लिए सुलभ करवाए थे इनमे से रेड एंट और दोना पुड्गा गार्डन कोप भा गया उर्मिला बताती है की दोना पुडगा में कच्ची हल्दी लहसुन, अदरक सहित कुछ मसाले कूटकर डाले जाते  है इसके बाद हरे पत्ते के दाने में मुर्गे को लपेटकर इसे आग में सेका जाता है इस दिश को तैयार करने लिए  तेल का इस्तेमाल नहीं किया जाता ऐसे में यह स्वादिस्ट होने के साथ ही सेहत के लिए फायदेमंद होता है रेड एंट भी लाभदायक होता है

तमाम खूबियों के बाद भी माझिपाल अबूझ था गार्डन की डॉक्यूमेंट्री की वजह से अब लोग इसे पहचानने लगे है यह बस्तर के लिए गर्वे की बात है

रजनीश पनिकर टूर गॉइड

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