रायपुर. लाॅकडाउन के चलते छत्तीसगढ़ के 99236 मजदूर 21 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों में फंस गए हैं। सबसे ज्यादा 24090 मजदूर जम्मू-कश्मीर में फंसे हैं। शासन को अब तक मिली सूचना के मुताबिक महाराष्ट्र में 18704, उत्तर प्रदेश में 13172, तेलंगाना में 12730, गुजरात में 8071, कर्नाटक में 3279, तमिलनाडु में 2963, मध्यप्रदेश में 2840, आंध्र प्रदेश में 2392, हरियाणा में 2008, दिल्ली में 1967, हिमाचल प्रदेश में 1665 श्रमिक फंसे हुए हैं।
इन श्रमिकों ने वहां की राज्य सरकार के जरिए छत्तीसगढ़ सरकार से मदद मांगी है। छत्तीसगढ़ सरकार भी इन्हें तीन चरणों में वापस लाने का प्लान बना रही है। श्रम सचिव सोनमणी बोरा ने बताया कि देश के अन्य राज्यों में सबसे अधिक मजदूर जांजगीर-चांपा जिले के हैं। जांजगीर-चांपा जिले के 25340 श्रमिक देश के अन्य राज्यों में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करने गए हैं।
वहीं बलौदाबाजार जिले के 20444, मुंगेली के 8623, कबीरधाम के 7668, बिलासपुर के 7366, बेमेतरा के 6215, कोंडांगांव के 6182, राजनांदगांव के 5365, रायगढ़ के 2254, बीजापुर के 2000, रायपुर के 1557, दुर्ग के 1187, जशपुर के 1010, गरियाबंद के 723, बालोद के 642, महासमुंद के 626, बलरामपुर जिले के 546 श्रमिक दूसरे राज्यों में काम के सिलसिले में गए थे, और अब कोरोना की वजह से वहां फंस गए हैं।
मजदूरों को तीन चरणों में लाया जाएगा। बोरा ने बताया कि इन मजदूरों को वापस प्रदेश में लाने के बाद इन्हें क्वारैंटाइन किया जाएगा। इनकी सहायता के लिए राज्य सरकार की ओर से नंबर भी जारी किए गए हैं। इसके लिए इन नंबरों संपर्क 0771-2443809, 9109849992, 7587822800 पर कर सकते हैं। इन नंबरों पर इनके परिजन भी जानकारी दे सकते हैं। राज्य सरकार की ओर से इनकी सुविधा का ध्यान रखा जाएगा।