रायपुर. लॉकडाउन के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को एक बड़ी घोषणा की। लाॅकडाउन -2 को देखते हुए अब उन लोगों को भी पीडीएस का राशन दिया जाएगा, जिनके पास कार्ड नहीं है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में अभी लॉकडाउन जारी रहेगा। 21 अप्रैल को कोरोना संक्रमण की समीक्षा करने के बाद ही प्रदेश में दी जाने वाली छूट पर परिस्थितियों के मुताबिक फैसला किया जाएगा। सीएम भूपेश ने लोगों से कहा कि आप अपने जिलों में कोरोना संक्रमण का जितना सख्ती से पालन करेंगे, आपकाे उतनी ही जल्दी लॉकडाउन से राहत मिलेगी।
वहीं लॉकडाउन के बीच रायपुर और दुर्ग जिले में कर्फ्यू जैसी सख्ती रहेगी। आज यानि गुरुवार को शाम 5 बजे से रविवार को शाम 5 बजे तक सब्जी और किराना दुकानें भी तीन दिन के लिए पूरी तरह बंद रहेंगी। सिर्फ दवा, दूध की दुकानें खुलेंगी और पेट्रोल-गैस मौजूदा टाइमिंग पर मिलेंगे। दूसरी ओर एक राहत की खबर है कि कोरोना के चार मरीजों की बुधवार को एम्स अस्पताल से छुट्टी हो गई। चारों कोरबा जिले के कटघोरा के हैं।
सीएम भूपेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसी को भूखा नहीं सोने देंगे इस संकल्प के साथ हमने राज्य के 56 लाख राशन कार्डधारियों में से लगभग सभी को दो माह का नि:शुल्क राशन दिया जाएगा। इसके अलावा नया राशन कार्ड बनाने का काम भी चल रहा है और ऐसे सभी जरूरतमंद लोग जिनके पास राशनकार्ड नहीं हैं, उन्हें भी एक माह का राशन दिया जा रहा है।
लॉकडाउन की वजह से 24 राज्यों में फंसे 6556 श्रमिकों के खाते में 19.12 लाख रुपए जमा: लॉकडाउन की वजह से प्रदेश के 64 हजार 416 मजदूर 20 राज्यों व चार केंद्र शासित प्रदेशों में फंसे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इनकी जानकारी लेने के बाद इन श्रमिकों को भोजन, ठहरने और इलाज का इंतजाम करवाया है। इनमें से जरूरतमंद छह हजार 556 श्रमिकों के खाते में लगभग 19 लाख 12 हजार रुपए भी जमा करवाए हैं।
एम्स अस्पताल से 24 घंटे में 7 की छुट्टी, सभी कटघोरा के
रायपुर में कोरोना के चार मरीजों के साथ अब तक 33 में 17 मरीज स्वस्थ होकर क्वारेंटाइन पर भेज दिए गए हैं, जबकि 16 का एम्स में इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के डाॅक्टरों के अनुसार यह राहत की बात है। पिछले 24 घंटे में कोरोना का नया मरीज नहीं मिला है। बुधवार को 92 मरीजों की रिपोर्ट आई। किसी में कोरोना का वायरस नहीं मिला। अब तक पूरे राज्य में 5122 संदिग्धों की जांच में 4878 सैंपल निगेटिव आ चुकी है। जबकि 211 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है। प्रदेश में कोरोना के मरीज बढ़े जरूर हैं, लेकिन लगातार स्वस्थ भी हो रहे हैं। एम्स से बुधवार को जिन मरीजों को छुट्टी दी गई, उनमें 22 वर्षीय युवक के अलावा 52, 47 व 31 वर्षीय मरीज हैं। छह दिन पहले इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इलाज के लिए भर्ती किया गया था। जिन 16 मरीजों का इलाज चल रहा है, सभी कटघोरा के हैं।
घरों से बाहर निकले तो गाड़ियां जब्त, एफआईआर भी होगी
राजधानी रायपुर को 20 अप्रैल से लाॅकडाउन से राहत तो मिलेगी, लेकिन कल यानी गुरुवार को शाम 5 बजे से रविवार को शाम 5 बजे तक कर्फ्यू जैसे सख्त लाॅकडाउन का सामना भी करना पड़ेगा। कोरोना की वजह से लाॅकडाउन के दौरान ऐसा पहली बार होगा, जब इन तीन दिनों तक सब्जी और किराना दुकानें भी तीन दिन के लिए पूरी तरह बंद रहेंगी। सिर्फ दवा, दूध की दुकानें खुलेंगी और पेट्रोल-गैस मौजूदा टाइमिंग पर मिलेंगे। इस दौरान पुलिस को कर्फ्यू जैसी सख्ती बरतने के अादेश दे दिए गए हैं। दरअसल लाॅकडाउन के उल्लंघन और दोपहर तक पूरे शहर में लगने वाली भीड़ की वजह से प्रशासन ने तीन दिन की सख्ती का फैसला लिया है। कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन की ओर से जारी आदेश के अनुसार गुरुवार की शाम से केवल दवा, दूध, पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी और ऑनलाइन होम डिलीवरी को ही छूट रहेगी।