- पीडब्लूडी में लगातार दूसरे दिन सरकार की बड़ी कार्रवाई, राय को हटाने के साथ-साथ उनकी पोस्टिंग मंत्रालय से बाहर कर दी गई
- हादसे के बाद भूपेश सरकार ने एक्सप्रेस-वे की तकनीकी एजेंसियों से जांच करवाई, इसमें गंभीर गड़बड़ियों का खुलासा हो गया
रायपुर . राजधानी रायपुर में बने 350 करोड़ के एक्सप्रेस-वे के निर्माण में जल्दबाजी की वजह से हुई गड़बड़ी की आंच अब आला अफसरों तक पहुंच गई हैं। भूपेश सरकार ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए डेपुटेशन पर पीडब्लूडी में ओएसडी के तौर पर पदस्थ आईएफएस अनिल राय को हटा दिया है। इससे 24 घंटे पहले उन्हें राज्य सड़क विकास निगम के एमडी पद से भी हटाया गया था। राय को हटाने के साथ-साथ उनकी पोस्टिंग मंत्रालय से बाहर कर दी गई है। अब वे छत्तीसगढ़ अधोसंरचना विकास निगम (सीएसअाईडीसी) के एमडी होंगे, जो मृतप्राय ही है। सरकार ने मंगलवार को तीन आईएफएस अफसरों की नई पोस्टिंग की है।
इसमें सबसे चर्चित तबादला राय का रहा है। राय पिछली भाजपा सरकार के समय से ही राज्य प्रशासन में डेपुटेशन पर कई अहम पदों पर रहे हैं। वन अफसर होने के बाद राय को डेपुटेशन पर अधिकांशतया सड़कें और पुल-पुलिए बनाने वाले भारी-भरकम बजट वाले विभाग पीडब्ल्यूडी में पदस्थ रखा गया। पिछली सरकार ने राज्य सड़क विकास निगम का गठन कर राय को उसका एमडी बनाया था। इसके बाद उन्हें पीडब्लूडी में ओएसडी और फिर सचिव तक की जिम्मेदारी दे दी।
सड़क विकास निगम में सर्वोच्च पद पर रहते हुए राय के कार्यकाल में ही रायपुर में 350 करोड़ रुपए का और बेहद चर्चित नैरोगेज एक्सप्रेस-वे का काम शुरू हुअा। करीब 13 किमी का यह एक्सप्रेस-वे छोटी रेलवे लाइन की जगह स्टेशन से तेलीबांधा होकर शदाणी दरबार तक बनाया गया। सरकार बदलने के बाद शहर के लोगों ने उद्घाटन के बगैर इस एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल शुरू ही किया था कि पांच माह पहले, बारिश के मौसम में इसके एक फ्लाईओवर की सड़क धंसी और एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। गनीमत थी कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ।
हादसे के बाद भूपेश सरकार ने एक्सप्रेस-वे की तकनीकी एजेंसियों से जांच करवाई। इसमें गंभीर गड़बड़ियों का खुलासा हो गया। 15 जनवरी को भास्कर के हाथ 138 पेज की जांच रिपोर्ट लगी। इस रिपोर्ट में निगम के तत्कालीन एमडी और जीएम से लेकर कई इंजीनियरों को लापरवाही का दोषी माना गया। इस आधार पर सरकार ने सबसे पहले निगम के महाप्रबंधक जीएस सोलंकी और पांच इजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई की। तब से राय को छोड़े जाने की चर्चा थी, लेकिन अब उन्हें भी दोनों पदों से हटा दिया गया।