जांजगीर. जिले के अकलतरा इलाके के ग्राम पड़रिया के एक किसान की जमीन पर प्राइमरी स्कूल और खेल का मैदान बना दिया गया है। किसान का आरोप है कि उसकी सहमति के बिना जमीन ले ली गई। जमीन के अधिग्रहण के बाद किसान को मुआवजा नहीं दिया गया। पिछले 6 महीने से वह हाईकोर्ट और जिला प्रशासन के अफसरों के दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है।
किसान का नाम कोमल प्रसाद पटेल है। उसकी कृषि भूमि खसरा नं. 240/2 में .0690 हेक्टेयर पर सरकारी स्कूल और खेल मैदान बने हैं। किसान ने 30 अगस्त 2019 को हाईकोर्ट बिलासपुर में याचिका दायर की थी। इसके बाद हाईकोर्ट द्वारा सचिव राजस्व विभाग, सचिव शिक्षा विभाग, कलेक्टर जांजगीर को नोटिस जारी कर दो हफ्ते के अन्दर जवाब मांगाथा, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर किसान द्वारा हाईकोर्ट में पुनः याचिका दायर की गई है।
किसान के बिना सहमति के भूमि का अधिग्रहण किए जाने एवं बदले में शासकीय भूमि नहीं दिये जाने से किसान आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान है। किसान कोमल पटेल का कहना है कि स्कूल और मैदान के बदले में पुत्र को शासकीय नौकरी या 5 एकड़ जमीन बदले में दी जाए। मामला हाईकोर्ट में है लेकिन किसान का आरोप है कि जिला प्रशासन मामले में बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहा है।