मेघालय आज ही के दिन मणिपुर और त्रिपुरा के साथ भारत का नया राज्य बना था. अब इस बात को 48 साल हो चुके हैं. ये राज्य इतना खूबसूरत है कि इसकी तुलना स्कॉटलैंड से की जाती है. लोग इस खूबसूरत राज्य को ईस्ट ऑफ स्कॉटलैंड भी कहते हैं. प्रकृति ने यहां चुन-चुनकर खूबसूरती बिखेरी है
20 जनवरी 1972 के दिन भारत सरकार ने मणिपुर, मेघायल और त्रिपुरा को देश का नया राज्य बनाया था. इसमें मेघालय के तो कहने ही क्या. इस राज्य को इंडिया का स्काटलैंड भी कहा जाता है. अगर आप घूमने के शौकीन हैं तो आपको इंडिया के इस स्कॉटलैंड में जरूर घूमना चाहिए. दरअसल इसे ईस्ट का स्कॉटलैंड कहा जाता है. (Photo : megtourism.gov.in)
हममे से बहुत कम लोग नॉर्थ ईस्ट विजिट करते हैं. यदि आप पूर्वोत्तर के राज्य घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको मेघालय एक बार जरूर घूमना चाहिए.
मेघालय की राजधानी शिलांग एक बेहद खूबसूरत प्लेस है. इसे पूर्व का स्कॉटलैंड भी कहा जाता है. यह इतना खूबसूरत है कि इसे आपको एक बार जरूर घूमना चाहिए. ये प्लेस घूमने वालों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं.
शिलांग के पास कई झरने हैं, जो बहुत ऊंचाई पर स्थित है. यहां हाथी झरना बेहद प्रसिद्ध है. यहां से शिलांग शहर और आसपास के गांवों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है.
शिलांग से 56 किलोमीटर दूरी पर चेरापूंजी है. यह दुनिया का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान है. यह इतना खूबसूरत है कि यहां के रोमांचक नजारे आप जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे.
यहां की खूबसूरत झीलें और प्राकृतिक दृश्य आपका मन मोह लेंगे. यहां की उमियाम झील बेहद खूबसूरत है. यहां एक नहीं कई जलप्रपात हैं. शिलांग शहर से तकरीबन 8 किलोमीटर दूरी पर एलिफेंट फॉल एक चर्चित टूरिस्ट स्पॉट है. इस झरने का स्थानीय नाम ‘का कशैद लाई पातेंग खोहस्यू’ है.
शिलांग को ईस्ट का स्कॉटलैंड कहा जाता है. यहां की वास्तुकला और खान-पान में ब्रिटिश कल्चर की झलक नजर आती है. शिलांग में एक जगह नहीं बल्कि कई पर्यटन स्थल हैं. विशेष रूप से पार्क, वॉटर फाल यहां देखने लायक हैं.