छत्तीसगढ़ को नक्सल प्रभावित राज्य के तौर पर दुनिया भर में जाना जाता है। कांग्रेस की नई सरकार का दावा रहा है कि इसे खत्म करने ठोस रणनीति बनाई जाएगी। दावा किया जा रहा है कि अब नक्सलाद से जुड़ी वारदातों में कमी आई है। नक्सल ऑपरेशन के डीआईजी पी सुंदरराज ने बताया कि पुलिस के सख्त रवैये और सरकार की नीतियों की वजह से नक्सल वारदातों में कमी आई हैं। आंकड़ों में इस कमी की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि साल 2018 की तुलना में इस अवधि तक आम नागरिकों को होने वाले जान-माल के नुकसान में 40 प्रतिशत तक कमी दर्ज की गई है।
ये भी पढ़ें
सुरक्षा बल, पुलिस के जवानों की नक्सल घटना में होने वाली शहादत में भी कमी आई है। पिछले साल के मुकाबले 55 प्रतिशत कम फोर्स के जवानों को नुकसान हुआ है। आईईडी ब्लास्ट की घटनाओं में भी 35 प्रतिशत की कमी आई है। नक्सलियों द्वारा जवानों के हथियार लूटे जाने की घटना में भी तकरीबन 55 प्रतिशत की कमी आई है। कुल मिलाकर सभी तरह की नक्सली गतिविधियों में 35 प्रतिशत की कमी आई है। डीआईजी ने कहा कि इस कमी को आंकड़ों के अलावा मैदानी स्तर पर भी समझा जा सकता है। अब ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां पहले जाने के बारे में सोचना पड़ता था] अब वहां फोर्स और प्रशासन पहुंचे हैं।