छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुंगेली (Mungeli) में रहने वाला एक युवक रोजी-रोटी की तलाश में कश्मीर (Kashmir) गया था. लेकिन, वहां वो ऐसे हादसे का शिकार हो गया, जिसे वो जीवनभर नहीं भुला सकेगा. मुंगेली के लोरमी निवासी युवक ने कश्मीर में चमकीली बॉल (Ball) देखकर बम हाथ में उठा लिया. कुछ देर बाद बम उसके हाथ में ही फट गया. इससे वो बुरी तरह जख्मी हो गया. इस हादसे में उसके एक आंख की रोशन चली गई. इतना ही नहीं उसके हाथ और पैर में भी चोट आई है. मुंगेली जिले के लोरमी का रहने वाला आदिवासी युवक संदीप ध्रुव बीते जुलाई महीने में रोजी रोटी की तलाश में कश्मीर के देवसर गया था. वहां बीते 14 जुलाई को वो घूमने के लिए निकला. इसी दौरान उसे एक चमकीली बॉल नुमा कुछ दिखा. युवक ने उसे हाथ में उठा लिया. कुछ देर बाद वे चीज युवक के हाथ में ही फट गई. जांच में पता चला कि वो बॉल नहीं ग्रेनेड बम था. इस हादसे में संदीप की आंख, हाथ और पैर बुरी तरह जख्मी हो गया. इसके बाद श्रीनगर में 1 महीने तक उसका इलाज चला. फिर वो अपने गांव लोरमी वापस आ गया.

अब झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराने को मजबूर संदीप के पिता संतोष ध्रुव ने बताया कि यहां उसे इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है. गरीबी के कारण बीते 3-4 दिनों से घर में ही झोला छाप डॉक्टर से बेटे का इलाज कराया जा रहा है. संदीप के परिवार वालों ने राज्य सरकार से बेहतर इलाज और मदद के लिये गुहार लगाई है. लोरमी चिकित्साधिकारी डॉ. जीएस दाऊ ने बताया कि स्वास्थ विभाग की टीम भेजी जा रही है और घायल युवक का लोरमी अस्पताल में निशुल्क उपचार कराया जायेगा.