केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नक्सल मामले को लेकर 26 अगस्त को बैठक बुलाई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में प्रस्तावित इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और डीजीपी डीएम अवस्थी शामिल होंगे। डीजीपी छत्तीसगढ़ में चल रहे नक्सल ऑपरेशन की रिपोर्ट पेश करेंगे। साथ ही अतिरिक्त बटालियन की भी मांग करेंगे। सीएम बैठक से एक दिन पहले रविवार को दिल्ली रवाना होंगे।
गृह मंत्री के साथ बैठक की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने नक्सल अभियान की समीक्षा बस्तर आइजी से लेकर इंटेलिजेंस के अधिकारियों के साथ की है। डीजीपी अवस्थी ने बताया कि नक्सल प्रभावित जिलों में चल रहे विकास कार्यों, मोबाइल टॉवर निर्माण सहित नक्सल ऑपरेशन पर दिल्ली की बैठक में प्रजेंटेशन पेश करेंगे।
पीएचक्यू के आला अधिकारियों ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में नक्सल प्रभावित जिलों में खासा फोकस था। वहां सड़क निर्माण के लिए विशेष फंड जारी किया गया। इसके साथ ही कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए बस्तर नेट परियोजना और भारतमाला परियोजना पर विशेष ध्यान दिया गया था।
छत्तीसगढ़ में 12 सौ से ज्यादा जवान नक्सली हमले में शहीद हुए हैं। वहीं झीरम घाटी कांड में कांग्रेस नेता नंदकुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ला, महेंद्र कर्मा की जान गई। तो लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की नक्सली ब्लास्ट में मौत हो गई। भीमा की मौत की जांच एनआइए कर रहा है। बताया जा रहा है कि इसकी जांच पर भी चर्चा की जाएगी।
एमएमसी जोन पर होगी खास चर्चा
नक्सल प्रभावित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में एमएमसी (महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश- छत्तीसगढ़) जोन पर खास चर्चा होगी। नक्सलियों के नए ठिकाने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के ट्राई जंक्शन पर विकास कार्यों की समीक्षा और ऑपरेशन पर मंथन किया जाएगा।
नक्सली छत्तीसगढ़ के बस्तर और दंडकारण्य से अलग होकर महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के जंगलों में भी नया ठिकाना तैयार करने में जुटे हैं। यह जोन मध्यप्रदेश के बालाघाट, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव, कवर्धा और महाराष्ट्र के गोंदिया में बनाया जा रहा था।
इससे पहले जून में केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने नक्सल मामले में एक उधा स्तरीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, आइबी चीफ, केंद्रीय गृह सचिव और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए थे। मार्च 2018 में गृह मंत्रालय को शेयर की गई खुफिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि नक्सली अपना नया गढ़ बनाने में जुटे हैं।