ओडिशा के क्योंझर जिले के कुसुमिता गांव का एक शख्स जंगली हाथियों से भरे क्षेत्र में सुरक्षित रहने के लिए एक अस्थायी ढांचे पर पेड़ ऊपर रह रहा है। बताया जा रहा है कि तीन दिन पहले जंगली हाथियों ने सुदीया महाकुड़ का घर क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसी के बाद से सुदीया महाकुड़ पेड़ के ऊपर एक अस्थायी ढांचे में रह रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में महाकुड़ ने कहा कि ‘तीन दिन पहले जंगली हाथियों ने मेरे घर को नष्ट कर दिया। मैं और मेरा बेटा जंगली हाथियों से जान बचाने के लिए पेड़ के ऊपर एक अस्थायी घर बनाकर रह रहे हैं, क्योंकि जंगली हाथी यहां अक्सर आते रहते हैं। जंगली हाथियों के झुंड ने हमारी रातों की नींद हराम कर रखी है।’
उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार से उन्हें मुआवजे के रूप में एक घर देने का अनुरोध किया था, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “मैंने मुआवजे के लिए सरकार से मकान की मांग की लेकिन वे मुझे नहीं दे रहे हैं।”
क्योंझर वन विभाग ने कहा कि हाथियों के आवागमन पर नज़र रखने के लिए एक दल का गठन किया गया है। सदर रेंज अधिकारी, सुशांत कुमार प्रधान ने कहा ‘हम उसकी भरपाई करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, कागजी कार्रवाई की जा रही है। हमने भी उससे बात की और उसे समझाया। वह अब गांव लौट आया है। वन विभाग द्वारा हाथियों की आवाजाही पर नज़र रखने के लिए एक दस्ते का गठन किया गया है, ‘।
बता दें कि ओडिशा के कई जिलों के ग्रामीण जंगली हाथियों से परेशान हैं जो फसलों और घरों को तबाह करके उत्पात मचाते हैं।