पूर्वोत्तर भारत के असम में जोरदार तरीके से मांग उठ रही है कि राज्य को दो भागों में बांटा जाए। यहां पर आल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन, नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड तथा दी पीपल्स ज्वॉइंट एक्शन कमेटी फोर बोडोलैंड मूवमेंट ने असम को दो राज्यों में बांटने की मांग को लेकर जबरदस्त तरीके से प्रदर्शन करते हुए धरना दिया है।
असम को राज्यों में बांटने को लेकर इन तीनों संगठनों द्वारा उठाई गई मांग के समय लोगों ने अपने हाथों मे होर्डिंग्स ले रखे थे। इनके हाथों में उठाए हुए प्लेकार्ड्स में लिखा हुआ था कि ‘3 हॉवर्स धरना आन डिमांड आफ शेपरेट स्टेट’। लोग मांग कर रहे थे कि असम को भी जम्मू—कश्मीर की तरह दो राज्या में बांटा जाए तथा बोडोलैंड को अलग राज्य बनाया जाए।
आपको बता दें कि असम में बोडोलैंड को अलग राज्य बनाने की मांग 1967 से ही चल रही है। राज्यसभा में बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट के नेता बिस्वजीत धेमारी ने भी गृहमंत्री अमित शाह के सामने मुद्दा उठाया था कि उनका अलग से बोडोलैंड राज्य बनाकर उसें केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया जाए। उपरोक्त तीनों संगठनों के नेताओं ने कहा है कि जिस तरह से कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाकर उसें दो केंद्र शासित राज्यों में बांटा गया है उसी तरह असम से बोडोलैंड को अलग किया जाए।
इस समय में बीटीसी टेरिटोरियल काउंसिल काम रही है जिसको बोडोलैंड टेरिटोरियल एरिया डिस्ट्रिक्ट्स के तहत रखा गया है। इसकी स्थाना 2003 में की गई थी तथा बीटीसी के 46 एग्जीक्यूटिव सदस्य हैं जो अपने विशेष क्षेत्र को रिप्रजेंट करते हैं। इन क्षेत्रों को असम में सोमिष्ठी कहा जाता है।