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छत्तीसगढ़ : खुद को नक्सली बताकर व्यवसायी को दी धमकी, पुलिस ने नहीं की कार्रवाई

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सारंगढ़ अंचल में विगत माह जूता चप्पल व्यवसायी द्वारा फोन पर कथित नक्सली एरिया कमांडर बताकर राशन व नगद राशि की मांग किए थे जहां उक्त मांग नही माने जाने पर कथित फोन धारक नक्सली ने गम्भीर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। धमकी के बाद स्थानीय व्यवसायी ने डरे सहमेंने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था परंतु एक माह बाद इस संवेदनशील मामले में पुलिस आरोपित के गिरेबान तक नही पहुंच पाई है। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहा है।

विदित है कि ओड़िसा राज्य से सटे होने के कारण सारंगढ़ अंचल संवेदनशील क्षेत्र व नक्सलियों की धमक बनी रहती है। उक्त क्षेत्र जंगलों से लगा हुआ है इससे गाहे बगाहे नक्सलियों की धमक व चहलकदमी की सुगबुगाहट चलती रहती थी, जिसमें दशक भर पूर्व नक्सली हमला भी हो चुका है।

इस एवज में जिला पुलिस भी अतिएतिहायद बरतती है। लेकिन इस बीच सांरगढ़ के 3 जुलाई को एक बोरवेल व जूता चप्पल दुकान व्यवसायी को अज्ञात फोन धारक ने फोन करते हुए खुद कथित नक्सली एरिया कंमाडर बताकर राशन व नगद रकम की मांग की किया है। इस पर बोरवेल संचालक ने पूरी घटनाक्रम की शिकायत देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराया है।

इस घटना के बाद अंचल में नक्सलियों की धमक व फोन से खलबली मच गई थी परंतु माह भर बाद भी सारंगढ़ पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फोन करने वाले व्यक्ति की कुंडली खंगालते हुए पुलिस ने फोन नंबर डिटेल के आधार पर सीडीआर निकाल कर विवेचना कर रही है किन्तु अब तक कोई महती सफलता हासिल नही कर पाई है। वही

कथित कमांडर का लोकेशन मल्दा

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त फोन नम्बर की कुंडली खंगाली गई तो फोन नम्बर का अंतिम लोकेशन सारंगढ़ थाना क्षेत्र ग्राम माल्दा के इर्दगिर्द आया था। परन्तु फोन नम्बर धारक व उसकी सटीक जानकारी के लिए कोई पुख्ता सबूत सारंगढ़ पुलिस एकत्रित नही पाई ।इसका नतीजा यह है कि खुद को नक्सली कमाण्डर बताकर लोगों को भयाक्रांत करने वाला बेखौफ होकर घूम रहे है।

मोबाइल ट्रैकिंग मुखबिर जाल विफल

गत माह पीड़ित प्रार्थी ने जब इस घटना की शिकायत दर्ज कराई तो जिला पुलिस महकमे में खलबली मच गई थी। आनन फानन में 26 जून को दर्ज शिकायत वायरल हुई इसके बाद सारंगढ़ पुलिस किसी तरह 3 जुलाई को अपराध दर्ज की, जहां विभागीय कार्रवाई के उपरांत मोबाईल ट्रेकिंग में, मुखबिरों का जाल बिछाया गया परंतु नतीजा सिफर रहा।

इस मामले में हमारी टीम लगातार सायबर सेल की मदद से फोन नंबर व आईएमईआई ट्रेकिंग कर रही है। संवेदनशील मामला है सभी पहलुओं में जांच की जा रही है जल्द ही सार्थक नतीजा आएगा ।अभिषक वर्मा, एएसपी