छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में आदिवासी कल्याण विभाग के हॉस्टल में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. हॉस्टल में प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के दावों की पोल तब खुली जब आधी रात को हॉस्टल में कुछ युवक घुसने का प्रयास करने लगे. युवकों ने छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की. इस पर छात्राओं ने शोर मचाया, तब जाकर वे भागे.
मामला कांकेर के प्री-मैट्रिक अनुसूचित जनजाति छात्रावास का है, जहां करीब आधा दर्जन युवक आधी रात को शहर के बीचों-बीच बने गार्ल्स हॉस्टल कैम्पस में घुस गए और खिड़की का पल्ला तोड़ दिया. युवकों ने अदंर आने की कोशिश की. युवकों ने खिड़की से अपना हाथ डाल दिए थे. छात्राओं ने उन्हें देख कर शोर मचाया, जिसके बाद युवक भाग गए. इस दौरान युवक छात्राओं से छेड़छाड़ की कोशिश भी करते रहे.

जांच में जुटी पुलिस घटना की शिकायत आदिवासी विकास विभाग ने पुलिस से की है. इसके बाद पुलिस जांच में जुट कर मामला की छानबीन कर रही है. हॉस्टल अधीक्षिका स्लेषा निषाद का कहना है कि हॉस्टल में सुरक्षा के लिए सिर्फ एक गार्ड मौजूद रहता है. हॉस्टल की बाउंड्री वाल दो तीन जगह से टूट गई है. हॉस्टल में सीसीटीवी भी नहीं लगे हैं. इसकी जानकारी पहले भी अधिकारियों को दी गई है, लेकिन कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाया गया है. ऐसे में आए दिन इस तरह की असामाजिक लोग हॉस्टल के आस पास आते रहते हैं.