छत्तीसगढ़ में बीते दो दिनों में नक्सलियों ने बैक टू बैक दो बड़ी नक्सल घटनाओं को अंजाम दिया है. कांकेर में बीते गुरुवार को नक्सलियों ने बीएसएफ की टुकड़ी पर हमला कर दिया था. इसमें चार जवान शहीद हो गए. इसके बाद शुक्रवार को धमतरी में सीआरपीएफ के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया. इन नक्सली घटनाओं का असर लोकसभा चुनाव प्रचार पर भी पड़ने लगा है.
प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री और राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम शुक्रवार को बस्तर के दंतेवाड़ा में चुनाव प्रचार करने जाना था. तय शेड्यूल के तहत उन्हें दंतेवाड़ा निकालना था, लेकिन ऐन वक्त पर उनके पायलेट ने दंतेवाड़ा जाने से इनकार कर दिया. इसके पीछे उसने नक्सल हिंसा की खौफ को वजह बताया. इसके बाद दंतेवाड़ा में भाजपा के चुनावी प्रचार कार्यक्रम को टालना पड़ा. राम विचार नेताम का दौरा भी टल गया.
रामविचार नेताम के बस्तर दौरा टालने को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने बयान दिया. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि मैं तो खुद बस्तर जा रहा हूं. भाजपा वाले क्या षडयंत्र कर रहे होंगे, वो खुद ही जाने. आज मै भी बस्तर में ही रहूंगा. बहरहाल चुनावी समर में नक्सल हिंसा की घटनाओं से प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है.