मोहल । कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति (डीएलसीसी) एवं पुनरीक्षण समिति (डीएलआरसी) की बैठक ली।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने कहा कि कृषि एवं शिक्षा ऋण प्रकरण पर प्राथमिकता से कार्य किया जाए। जिससे कृषि क्षेत्र से जुड़े किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो सके वही उच्च शिक्षा हेतु विद्यार्थियों को परेशानी न हो। उन्होंने बीमा क्लेम की समीक्षा करते हुए क्लेम संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्रीमती भारती चन्द्राकर, अपर कलेक्टर श्री जीआर मरकाम सहित संबंधित विभागीय अधिकारी एवं बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित रहें।
कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने सभी बैंकों को निर्देशित किया कि शासकीय योजनाओं से संबंधित बैंकों में लंबित ऋण प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करें।
उन्होंने कहा कि सभी बैंक प्राथमिकता एवं कमजोर वर्ग से संबंधित ऋण प्रकरणों पर फोकस करते हुए पात्र हितग्राहियों को लाभांवित करना सुनिश्चित करें। इस दौरान उन्होंने पीएमईजीपी, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, पीएम किसान क्रेडिट कार्ड, शिक्षा ऋण, हाउसिंग ऋण, सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा, सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना सहित अन्य योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की।
कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने शिक्षा ऋण पर बैंकवार समीक्षा की। उन्होंने बैंकों को निर्देशित किया कि उच्च एवं तकनीकी शिक्षा हेतु प्राथमिकता के साथ लोन प्रदाय किया जाए।
उन्होंने शिक्षा ऋण संबंधी जागरूकता हेतु स्कूल, कॉलेजों में कैंप आयोजित करने के निर्देश दिए, ताकि उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों के आर्थिक समस्या को दुर किया जा सके। कृषि क्षेत्र से संबंधित योजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने लक्ष्य के विरुद्ध कम लोन वितरण पर प्रगति लाने हेतु कार्य करने के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने सुरक्षा बीमा योजना अंतर्गत प्रधानमंत्री जीवन ज्योति, सुरक्षा बीमा योजना के क्लेम के आवेदन एवं लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए बैंकों को फॉलोऑफ लेने के निर्देश ताकि जल्द-से-जल्द संबंधित प्रकरण का निराकरण किया जा सकें। उन्होंने डिजीटल ट्रांजेक्शन बढ़ाने तथा साइबर ठगी से बचाने हेतु कैंप लगाकर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने केसीसी प्रकरणों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कृषि, मत्स्य एवं पशुपालन विभागों के बैंकों में लंबित प्रकरणों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि केसीसी के अपात्र आवेदनों में कारण उल्लेखित करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने कहा कि जनजातीय क्षेत्र होने के कारण यहां कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन अधिक संभावनाएं है। जिसे हमें प्रोत्साहित करना है, ताकि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बना सकें। इस दौरान एसएचजी लोन प्रकरण, पीएम विश्वकर्मा एवं पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की भी समीक्षा की।
उन्होंने संबंधित योजनाओं के प्रकरणों में प्राथमिकता के साथ ऋण स्वीकृत करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान वन्दे मातरम कार्यक्रम अंतर्गत उपस्थित सभी अधिकारी-कर्मचारियों ने वन्दे मातरम गीत का सामूहिक गायन किया गया।



