01 अक्टूबर को उत्तर बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव क्षेत्र बनने की आशंका है. पिछले 24 घंटों में प्रदेश के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई. मौसम विभाग ने कुछ जगहों पर भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है.
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से मानसूनी गतिविधियां तेज होने वाली हैं. मौसम विभाग के अनुसार, 30 सितंबर से अगले चार दिनों तक प्रदेश के दक्षिणी और मध्य हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा की संभावना जताई गई है. इसके साथ ही 01 अक्टूबर को उत्तर बंगाल की खाड़ी और आसपास के मध्य भाग में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की आशंका है, जिससे बारिश का दौर और अधिक सक्रिय हो सकता है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में मेघगर्जन और वज्रपात के साथ भारी वर्षा का खतरा भी बढ़ सकता है.
पिछले 24 घंटों में प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई. सर्वाधिक अधिकतम तापमान 32.6°C और न्यूनतम तापमान 21.4°C पेण्ड्रा रोड में रिकॉर्ड किया गया.मौसम विभाग के अनुसार, छुईखदान और गंडई में 3-3 सेमी, रघुनाथ नगर, साल्हेवारा, गुंडरदेही, सहसपुर लोहारा में 2-2 सेमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं, बागबाहरा, बेरला, मैनपुर, रेंगाखार कला, साजा और गोबरा नवापारा में 1-1 सेमी वर्षा हुई.
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा वेरावल, भरूच, उज्जैन, झांसी और शाहजहांपुर होते हुए 30°N/81°E तक जा रही है.
खंभात की खाड़ी और आसपास के क्षेत्रों में बने सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र से होकर 0.9 किमी ऊंचाई पर द्रोणिका बनी है. उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में 1.5 से 5.8 किमी ऊंचाई तक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है.
मौसम विभाग ने बताया कि 01 अक्टूबर को प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है. वहीं, एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा का अलर्ट भी जारी किया गया है.आने वाले दो दिनों में प्रदेश के अनेक हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा होगी, जबकि कुछ इलाकों में भारी वर्षा और मेघगर्जन के साथ वज्रपात की भी संभावना है.
राजधानी रायपुर में 30 सितंबर को आसमान सामान्यतः मेघमय रहेगा. अधिकतम तापमान करीब 31°C और न्यूनतम तापमान 26°C के आसपास रहने की संभावना है.