बिहार विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दो बड़े नेता, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ दीपक बैज प्रचार करेंगे. वे मंगलवार को बिहार पहुंच कर अभियान शुरू कर रहे हैं. दोनों नेता अलग-अलग समय पर दिल्ली होकर पटना पहुंचेंगे. पार्टी हाईकमान ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी है और अब कहा जा रहा है कि यह सियासी भरोसा आने वाले समय में दोनों नेताओं की परख करने में सबूत बनेगा. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि राहुल गांधी ने खास तौर पर प्रदेश अध्यक्ष को दिल्ली बुलाया था और यहीं से वे बिहार जा रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री बघेल मंगलवार सुबह 8:30 बजे रायपुर से दिल्ली रवाना होंगे. इसके बाद वह बिहार पहुंचकर पार्टी की चुनावी रणनीति में शामिल होंगे. वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज दोपहर 3 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे और वहां से पटना जाएंगे. दोनों नेता पटना में रात्रि विश्राम करेंगे और अगले दिन से कांग्रेस की सभाओं और कार्यकर्ता बैठकों में हिस्सा लेंगे. सूत्रों का कहना है कि दोनों नेताओं के समर्थक भी बिहार पहुंच रहे हैं. पार्टी इस बार बिहार चुनाव में अपने शानदार प्रदर्शन को लेकर आशा जता रही है.
दीपक बैज पर हाईकमान ने फिर जताया भरोसा
कांग्रेस ने इस बार बिहार चुनाव में छत्तीसगढ़ के नेताओं पर विशेष भरोसा जताया है. भूपेश बघेल का चुनावी प्रबंधन और संगठनात्मक कौशल पहले भी पार्टी के लिए अहम रहा है. हाल ही में छत्तीसगढ़ की राजनीति से राष्ट्रीय स्तर पर उनका दखल लगातार बढ़ा है. वहीं दीपक बैज को भी प्रदेश कांग्रेस संगठन में जमीनी नेता के तौर पर देखा जाता है. हाईकमान ने उन्हें बिहार प्रचार की जिम्मेदारी सौंपकर उनके कद को भी और मजबूत किया है. उनके समर्थकों का दावा है कि जहां दीपक बैज प्रचार करेंगे, वहां कांग्रेस का प्रदर्शन और बेहतर होगा.
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख जल्द घोषित होगी
सियासी जानकार मानते हैं कि बिहार चुनाव में कांग्रेस की भूमिका सीमित सीटों तक रहेगी, लेकिन प्रचार में बाहरी राज्यों के नेताओं की मौजूदगी से संगठन को ऊर्जा मिलेगी. खासतौर पर भूपेश बघेल की सक्रियता को हाईकमान का उन पर भरोसा और राष्ट्रीय राजनीति में उनकी उपयोगिता का संकेत माना जा रहा है. बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख जल्द घोषित होने वाली है. कांग्रेस का मकसद इस बार महागठबंधन के तहत अपनी स्थिति मजबूत करना है. ऐसे में छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेताओं की एंट्री को पार्टी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. यह आने वाले दिनों में साफ होगा कि बघेल और बैज का प्रचार बिहार की सियासी जंग में कितना असर डाल पाता है.