रायपुर में ब्लैकमनी, ऑनलाइन सट्टा और साइबर ठगी के लिए म्यूल बैंक खातों का धंधा तेज हो गया है। दूसरे राज्यों के लोग भी यहां आकर खाते खुलवा रहे हैं।
ब्लैकमनी, ऑनलाइन सट्टा और साइबर ठगी के पैसों को खपाने के लिए बड़ी संख्या में म्यूल बैंक खातों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये बैंक खाते कमीशन लेकर खुलवाए जा रहे हैं। अब दूसरे राज्य या शहर के लोग रायपुर में आकर म्यूल बैंक खाता खुलवा रहे हैं। कई बैंकों में केवल किरायानामा के आधार पर ही खाता खोल दिया जा रहा है।
जनवरी से अगस्त 2025 तक 100 से ज्यादा ऐसे म्यूल बैंक खातों का पता चला है, जिनमें खाताधारक दूसरे राज्य व शहरों के हैं। हाल ही में रेंज साइबर थाना की टीम ने दिल्ली से ऑनलाइन ठगी के मामले में जिन आरोपियों को पकड़ा, उनके बैंक खाते रायपुर के अलग-अलग बैंकों में खोले गए थे।
यह सुनियोजित ढंग से किया जा रहा है, ताकि इस तरह के मामले में शामिल खाताधारकों तक पुलिस आसानी से पहुंच न पाए। हालांकि साल भर में रेंज साइबर थाना की टीम म्यूल खातों से जुड़े 300 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस को कई म्यूल बैंक खातों का पता चला है। पुलिस ने इस मामले में अलग से एफआईआर दर्ज करानी शुरू कर दी है। पुलिस ने माना में इंडसइंड बैंक में संचालित 69 म्यूल खातों और डीडी नगर थाना में एचडीएफसी के 79 म्यूल बैंक खातों के संचालकों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
इनमें भी कई बैंक खाताधारक दूसरे राज्यों के हैं। इन बैंक खातों में लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। माना और डीडी नगर थाने में दर्ज मामले में बैंक अधिकारियों और खातेधारकों से पूछताछ की जाएगी। रेंज साइबर थाना की टीम इसकी जांच कर रही है। बैंक वालों को इस संबंध में नोटिस जारी किया जाएगा।



