कोरबा के दर्री थाना क्षेत्र में चुनावी माहौल के दौरान हुए विवाद के बाद एक युवक को बंधक बनाकर उस युवक से मारपीट करने के मामले में दो महीने बाद पुलिस ने कार्रवाई की है. शिकायतकर्ता की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भाजपा नेता पंकज कुंभकार सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां विशेष सत्र न्यायाधीश ने आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल करने का आदेश दिया है.
धमकी से डरकर पीड़ित ने 2 महीने तक मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज नही कराया था. मामला विधानसभा चुनाव के दौरान 19 नवम्बर का है, जब दर्री थाना क्षेत्र के नीलगीरी बस्ती निवासी किराना दुकानदार संचालक साधराम नवरंग को मतदान से पहले रात को लगभग 8 बजे उसके मोहल्ले से पंकज कुंभकार, बाबूमणि पांडेय और गोलू पांडेय जो चुनावी शराब बाटने एक्सयूवी वाहन में पहुंचे थे.
तीनों ने शिकायतकर्ता को देखा तो पार्टी के शराब के ठिकानों की जासूसी करने की बात कहते हुए उसे धमकाया और गाली देते हुए उसे जबरन वाहन में खींचकर बिठा लिया था. इस दौरान मारपीट भी की गई. फिर शिकायतकर्ता को तीनों ने दर्री थाने में छोड़ दिया लेकिन उनके खिलाफ बयान देने पर उसके घरवालों को मारने की धमकी दी। भाजपा नेता, उनकी पहुंच और दी गई धमकी से डरकर साधराम पुलिस को बिना कुछ बताए घर चला गया था, लेकिन प्रदेश मे सत्ता परिवर्तन के बाद साधराम मे हिम्मत आई और उसने नामजद तीनों के खिलाफ दर्री थाना मे शिकायत किया.
डीएसपी डिगेश्वर दिवान ने बताया कि शिकायतकर्ता के सेड्यूल कास्ट होने की वजह से मामले को आजाक थाना भेजा गया. जिसके बाद पुलिस ने पंकज कुंभकार और उसके दोनों साथियों के खिलाफ अपहरण, जान से मारने की धमकी समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया और विशेष सत्र न्यायाधीश के समक्ष प्रस्तुत किया. जहां से तीनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल कर दिया गया है.