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“भारत पर 50% टैरिफ से पहले धराशायी शेयर बाजार, 600 अंक से ज्यादा टूटा सेंसेक्स, इन स्टॉक्स का बुरा हाल”

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“भारत पर 50% टैरिफ से पहले धराशायी शेयर बाजार, 600 अंक से ज्यादा टूटा सेंसेक्स, इन स्टॉक्स का बुरा हाल”

भारत पर अमेरिका की तरफ से 50 प्रतिशत टैरिफ लागू होने से ठीक एक दिन पहले घरेलू शेयर बाजार में जोरदार गिरावट दर्ज की गई है. भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक वार्ता विफल रहने के बाद 27 अप्रैल से नई टैरिफ दरें प्रभावी हो जाएंगी.

हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन की शुरुआत में ही निवेशकों का भरोसा डगमगा गया. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में ही 600 अंक से भी ज्यादा टूटा और लाल निशान पर आ गया. इसी तरह, निफ्टी 50 भी 24,800 के स्तर से नीचे फिसलकर कारोबार करता दिखा.

सबसे ज्यादा गिरावट मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में दिख रही है. इसके साथ ही, मेटल, रियल्टी और बैंकिंग शेयरों में भारी बिकवाली हो रही है. सरकार की तरफ से राहत पैकेज न मिलने के ऐलान की खबर के बाद वोडाफोन आइडिया के शेयरों में भी करीब 9 प्रतिशत की गिरावट आई है.

शेयर बाजार में बड़ी गिरावट ब्रोकरेज फर्मों के अनुसार, अमेरिकी टैरिफ का सबसे ज्यादा असर कपड़ा, इंजीनियरिंग गुड्स, लेदर और कैमिकल्स जैसी कंपनियों पर पड़ सकता है, जिनकी अमेरिकी बाजार में बड़ी हिस्सेदारी है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर वैकल्पिक बाजार तलाशने और घरेलू खपत को बढ़ावा देने के ठोस कदम जल्द नहीं उठाए गए, तो इसका असर आने वाले तिमाहियों में कॉरपोरेट आय और बाजार की चाल पर और गहरा हो सकता है.

दूसरी तरफ वाशिंगटन की तरफ से भारत पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लागू करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. इसके बाद बुधवार से भारतीय सामानों के निर्यात पर टैरिफ की दरें दोगुनी होकर 50 प्रतिशत हो जाएंगी. अमेरिका की तरफ से भारत के खिलाफ यह एक्शन यूक्रेन वॉर के दौरान रूस से तेल खरीदने के चलते लिया गया है. हाल के दिनों में नई दिल्ली के ऊपर यह सबसे बड़ा व्यापारिक एक्शन है.

अमेरिका के साथ ट्रेड होगा मुश्किल ट्रंप के इस फैसले और भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लागू होने के बाद अमेरिका में नई दिल्ली की तरफ से किए जा रहे करीब 86.5 बिलियन डॉलर के कॉमर्शियल एक्सपोर्ट पर सीधा असर पड़ेगा. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इतनी ऊंची दर के टैरिफ के चलते भारतीय सामान अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे और एक्सपोर्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है..