सेहत का खजाना या छुपा खतरा? फायदे और नुकसान जानना जरूरी”
आजकल सोशल मीडिया से लेकर हेल्थ ब्लॉग्स तक हर जगह एक ही नाम गूंज रहा है-अश्वगंधा। कोई इसे “नेचुरल एनर्जी ड्रिंक” कह रहा है, तो कोई इसे “तनाव मिटाने वाली औषधि”।
लेकिन, क्या यह सचमुच रामबाण है या फिर इसके पीछे भी कुछ सावधानियां छुपी हैं? आइए जानते हैं… फायदे जो बनाते हैं अश्वगंधा को खास
• तनाव और चिंता में आराम: रिसर्च बताती है कि यह दिमाग को शांत करने में मदद करता है और कोर्टिसोल यानी Stress Hormone को कम करता है।
• बेहतर नींद: जिन लोगों को बार-बार नींद न आने की शिकायत है, उनके लिए यह वरदान साबित हो सकता है।
• शक्ति और सहनशक्ति: जिम जाने वालों के बीच यह खासा लोकप्रिय है, क्योंकि यह स्टैमिना और मसल्स स्ट्रेंथ बढ़ाने में मदद करता है।
• इम्यूनिटी बूस्टर: बदलते मौसम में यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।
लोहे जैसे हड्डियां होगी मजबूत और इन 5 समस्याओं के लिए रामबाण है इस एक फल का सेवन, जानिए इसके जबरदस्त फायदे संभलकर… ये भी हो सकते हैं नुकसान
• ज्यादा मात्रा में लेने पर पेट खराब, उल्टी और दस्त जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
• कुछ मामलों में लिवर पर असर पड़ने की शिकायतें सामने आई हैं।
• गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
• जिन लोगों को थायरॉयड, शुगर या हार्ट की समस्या है, उन्हें भी सावधानी रखनी चाहिए।
कितने समय तक लेना सही? विशेषज्ञ मानते हैं कि 2-3 महीनों तक सीमित मात्रा में अश्वगंधा लेना सुरक्षित है, लेकिन लगातार और लंबे समय तक बिना डॉक्टरी सलाह के सेवन करना जोखिम भरा हो सकता है।
इनखबर इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।