बिजली विभाग द्वारा सागर शहर में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर अब उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ बनते जा रहे हैं. शनिचरी वार्ड के रहवासियों ने बिजली बिलों को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि पहले जहां हर महीने 100 से 200 रुपये तक का बिल आता था, अब वह बढ़कर 5000 से 6000 रुपये तक पहुंच गया है. स्थानीय निवासी आसिफ खान ने बताया कि इस महीने का बिल इतना अधिक आया कि उन्हें मजबूरी में घर के जेवर गिरवी रखकर भुगतान करना पड़ा. उनका कहना है कि न तो घर में कोई अतिरिक्त बिजली उपकरण लगे हैं और न ही खपत बढ़ी है, इसके बावजूद बिल में भारी बढ़ोतरी हो रही है.
अन्य लोगों ने भी लगाए हैं आरोप
इस वार्ड के अन्य लोगों ने भी बिजली विभाग पर मनमाने तरीके से बिल भेजने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्मार्ट मीटर से बिलिंग पारदर्शी होने की बात कही गई थी, लेकिन हकीकत इसके उलट है. लोगों ने मांग की है कि विभाग इन बिलों की जांच करे और पुराने बिल के आधार पर खपत का सत्यापन कराए. लोगों की मांग है कि स्मार्ट मीटर की हो जांच, बिल की फिर से समीक्षा होनी चाहिए. उपभोक्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर विभाग ने शीघ्र ही इस समस्या का समाधान नहीं किया, तो वे विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.
बिजली विभाग के अधिकारियों का क्या कहना है?
जब इस पूरे मामले पर बिजली विभाग के कार्यपालन अभियंता अजीत सिंह चौहान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि “अभी तक इस संबंध में कोई औपचारिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है, यदि कोई उपभोक्ता शिकायत लेकर आता है तो उसकी जांच जरूर कराई जाएगी.”