रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की तस्वीर अब और भी भयानक हो सकती है। दरअसल, यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। यूक्रेन ने रूस के अंदर घुसकर रूसी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। यूक्रेन का रूस पर यह हमला एक अलग लेवल का ऑपरेशन था। यूक्रेन ने कंटेनर में छिपाकर घातक ड्रोन रूसी क्षेत्र में पहुंचाए। इसके बाद वहां से घातक ड्रोन लॉन्च किए गए। विस्फोटक हथियारों से लैस इन ड्रोन्स ने रूसी सैन्य ठिकानों पर एक के बाद एक धमाके किए।
इसके साथ ही रूस के एक एयरबेस पर खड़े कई विशालकाय और अत्याधुनिक बम बरसाने वाले और अन्य विमानों को नष्ट कर दिया गया। बताया जा रहा है कि, रूस के ऐसे 40 विमान यूक्रेन के हमले में तबाह हुए हैं। यूक्रेन ने रूस के अंदर लगभग 2000 किलोमीटर घुसकर मार की है। रूस के एक ऐसे एयरबेस को भी निशाना बनाया गया है जो यूक्रेन की सीमा से 4 हजार किमी दूर है। यूक्रेन ने रूस के 2 ऐसे एयरबेस तबाह किए हैं, जहां रूस के लॉन्ग रेंज बॉम्बर्स विमान और उपकरण तैनात हैं जो यूक्रेन के अंदर हमला करते हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की तस्वीर अब और भी भयानक हो सकती है। दरअसल, यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। यूक्रेन ने रूस के अंदर घुसकर रूसी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। यूक्रेन का रूस पर यह हमला एक अलग लेवल का ऑपरेशन था। यूक्रेन ने कंटेनर में छिपाकर घातक ड्रोन रूसी क्षेत्र में पहुंचाए। इसके बाद वहां से घातक ड्रोन लॉन्च किए गए। विस्फोटक हथियारों से लैस इन ड्रोन्स ने रूसी सैन्य ठिकानों पर एक के बाद एक धमाके किए।
इसके साथ ही रूस के एक एयरबेस पर खड़े कई विशालकाय और अत्याधुनिक बम बरसाने वाले और अन्य विमानों को नष्ट कर दिया गया। बताया जा रहा है कि, रूस के ऐसे 40 विमान यूक्रेन के हमले में तबाह हुए हैं। यूक्रेन ने रूस के अंदर लगभग 2000 किलोमीटर घुसकर मार की है। रूस के एक ऐसे एयरबेस को भी निशाना बनाया गया है जो यूक्रेन की सीमा से 4 हजार किमी दूर है। यूक्रेन ने रूस के 2 ऐसे एयरबेस तबाह किए हैं, जहां रूस के लॉन्ग रेंज बॉम्बर्स विमान और उपकरण तैनात हैं जो यूक्रेन के अंदर हमला करते हैं।
फिलहाल, यूक्रेन का यह हमला रूस के एक बड़ा झटका है, साथ ही दुनिया के सामने रूस के लिए यह एक साइकोलॉजिकल शॉक भी है। बेहद हैरानी की बात ये भी है कि, यूक्रेन के इस बड़े ऑपरेशन में यह दावा किया गया है कि, रूसी क्षेत्र में यूक्रेन के ऑपरेशन का “कार्यालय” रूस के एक क्षेत्र में FSB मुख्यालय के ठीक बगल में स्थित था. यानि FSB मुख्यालय भी यूक्रेन के हमले की जद मे था। इससे पहले हाल ही में रूस ने यूक्रेन पर रूस ने कई बड़े हमले किए थे। राजधानी कीव समेत कई इलाकों में यूक्रेनी धरती रूसी बारूद से दहल उठी थी।
लेकिन अब यूक्रेन ने रूस पर बहुत बड़े पलटवार के साथ अपने सारे विकल्प इस्तेमाल किए और रूस के अलग-अलग क्षेत्रों में विनाशक मंजर बिखेर दिया। इतने आधुनिक हथियार और मजबूत खुफिया ताकत के होने के बावजूद भी रूस यूक्रेन के इस हमले को रूस नाकाम नहीं कर पाया। हालांक, यह तय है कि यूक्रेन के इस हमले के बाद रूस चुप नहीं बैठेगा। इस हमले के बाद पुतिन का गुस्सा भांपा नहीं जा सकता है। यही कारण है कि पूरे यूक्रेन में रेड अलर्ट जारी है और सभी लोगों को बंकर में पनाह लेने को कहा गया है।
ज़ेलेंस्की ने कहा- एक शानदार ऑपरेशन
रूस पर हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा “आज, एक शानदार ऑपरेशन किया गया, यह हमारा सबसे लंबी दूरी का ऑपरेशन था। दुश्मन के इलाके में, केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर, विशेष रूप से यूक्रेन पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किए गए उपकरणों को निशाना बनाया गया। जिसमें रूस को काफी नुकसान हुआ, यूक्रेन की यह कार्रवाई पूरी तरह से उचित और वाजिब। है। ज़ेलेंस्की ने कहा इसकी तैयारी में डेढ़ साल से ज़्यादा का समय लगा। योजना, संगठन, हर विवरण को बेहतरीन तरीके से अंजाम दिया गया। यह पूरे भरोसे के साथ कहा जा सकता है कि यह एक बिल्कुल अनोखा ऑपरेशन था।
ऑपरेशन में कुल 117 ड्रोन का इस्तेमाल
राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने बताया कि, सबसे दिलचस्प बात यह है कि रूसी क्षेत्र में हमारे ऑपरेशन का “कार्यालय” उनके एक क्षेत्र में FSB मुख्यालय के ठीक बगल में स्थित था। ऑपरेशन में कुल 117 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया और इसी संख्या में ड्रोन ऑपरेटर शामिल थे। एयर बेस पर तैनात 34% रणनीतिक क्रूज मिसाइल वाहकों को निशाना बनाया गया। हमारे लोगों ने कई रूसी क्षेत्रों में काम किया और ऑपरेशन की तैयारी में शामिल हमारे लोगों को समय रहते रूसी क्षेत्र से वापस बुला लिया गया। वे सुरक्षित हैं।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि, यह वास्तव में संतोषजनक है कि एक साल और छह महीने पहले मैंने जो कुछ अधिकृत किया था, वह फलित हुआ और रूसियों को सामरिक विमानन की चालीस से अधिक इकाइयों से वंचित कर दिया। हम यह काम जारी रखेंगे। इस ऑपरेशन के शुरू होने से पहले ही हमें खुफिया जानकारी मिली थी कि रूस एक और बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। हमारे सभी लोगों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे हवाई हमले की चेतावनी को नज़रअंदाज़ न करें।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि, रूस लगातार यूक्रेन पर हमलों की संख्या बढ़ा रहा है। अब रूस ने नौसेना वाहकों से लॉन्च की जाने वाली कैलिबर मिसाइलें भी तैयार कर ली हैं। हम ठीक से जानते हैं कि हम किससे निपट रहे हैं। हम अपने पास मौजूद हर तरह से यूक्रेन और यूक्रेनी लोगों के लिए अपना बचाव करेंगे। ज़ेलेंस्की ने कहा कि, हम एक पल के लिए भी इस युद्ध को नहीं चाहते थे। हमने रूस को युद्ध विराम का प्रस्ताव दिया। यह रूस ही था जिसने युद्ध जारी रखने का फैसला किया।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि, यूक्रेन अपना बचाव कर रहा है, और ठीक ही कर रहा है। हम रूस को इस युद्ध को समाप्त करने की आवश्यकता महसूस कराने के लिए सब कुछ कर रहे हैं। रूस ने इस युद्ध को शुरू किया, रूस को इसे समाप्त करना चाहिए। रूस के हर हमले का जवाब यूक्रेन देता रहेगा। यूक्रेन हर हाल में अपनी रक्षा करेगा।
फरवरी 2022 से शुरू हुआ रूस-यूक्रेन युद्ध
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को लगभग तीन साल हो गए हैं। फरवरी 2022 से शुरू हुए इस युद्ध में एक बड़ी संख्या में रूसी और यूक्रेन सैनिकों की मौत हो चुकी है और यह संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसके अलावा इस युद्ध में दोनों तरफ से कई आम लोगों की जान भी जा चुकी है। बहराल रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की स्थिति कहां जाकर खत्म होती है और आगे की तस्वीर कितनी भयावह और किस तरह की होगी? इस पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता।