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‘जल, जंगल, जमीन पर पहला हक हमारे आदिवासियों का’, न्याय यात्रा की समापन पर बोले: दीपक बैज

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छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिला स्थित बैलाडीला के खदानों के निजीकरण और पूंजीपतियों को सौंपने के विरोध में कांग्रेस  की न्याय यात्रा कल 29 मई कलेक्टारेट घेराव के साथ समाप्त हुई। न्याय यात्रा की शुरूआत 26 मई को किरन्दुल से शुरू हुई थी, जो करीब 41 किलोमीटर की थी। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में न्याय यात्रा की शुरूआत की गई थी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बचेली पहुंच इस न्याय यात्रा में हिस्सा लिया था। दीपक बैज ने कहा कि अगला चुनाव तीन साल बाद होना है। हम चुनाव परिणाम के लिए नहीं बल्कि जनता की आवाज बुंलद करने के लिए पदयात्रा कर रहे हैं। श्री बैज ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने बैलाडीला की खदानों को मित्तल व रूंगटा को बेच दिया है। बीजापुर में कोरंडम खदान भी बेच दिया है, जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनएमडीसी पहले से लौह अयस्क की माईनिंग कर रही है। ऐसे में खदानों को निजी हाथों में सौंपना गलत है।

बैरिगेट तोड़ घुसे कांग्रेसी: 

हजारों की संख्या में कलेक्टोरेट घेराव करने पहुंचे कांग्रेसियों ने जमकर उत्पात मचाया। पुलिस की ओर से तीन लेयर में बेरिकेटिंग की गई थी, पर कांग्रेसियों को सुरक्षा घेरा तोडक़र मुख्य गेट के समीप पहुंच गए। इस दौरान कांग्रेसियों पर पानी बौछार भी गई पर वह भी काम नहीं आया। युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गणेश दुर्गा एवं महामंत्री विमल सलाम के नेतृत्व में युवाओं ने जमकर नारेबाजी की साथ की बेरीगेट तोडक़र मुख्य दरवाजे तक पहुंचे। पुलिस की भारी संख्या एवं मुस्तैदी के चलते मुख्य गेट पर सभी कार्यकर्ताओं को रोक लिया गया फिर वहीं युवाओं ने जमकर नारेबाजी की।

पानी बौछार पड़ने पर झूम उठे युवा कांग्रेसी:

करीब पांच किलोमीटर की पैदल यात्रा कर कलेक्टोरेट पहुंचे युवाओं ने जैसे ही घेराव करना शुरू किया तो उन पर पानी बौछार कर दी गई। भीष्ण गर्मी के चलते युवा पानी की बौछार पड़ते ही झूमने लगे और नाजेबाजी तेज कर दी। पसीने से लथपथ कांग्रेसी नेताओं ने भी पानी की बौछारों का आंनद लिया। पुलिस द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने पानी बौछार की गई थी वह भीष्ण गर्मी में युवाओं को ठंडक पहुंचाने काफी काम आया।