तपती दोपहर के बीच रोती बिलखती एक मां अपने पति के साथ हौजखास पुलिस स्टेशन में दाखिल होती है. आंखों में चिंता की गहरी लकीरें लिए पिता और कांपती आवाज़ में मां ने कुछ ऐसा बताया, जिसने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर दिया. मां की शिकायत पर फौरत भारतीय न्याय संहिता की धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज किया गया. हौजखास पुलिस स्टेशन के सिपाहियों ने हर गली-हर नुक्कड़ छान मारा, पर उसका कहीं कोई सुराग न मिला.
दरअसल यह पूरा मामला 14 साल की एक बच्ची की किडनैपिंग से जुड़ा हुआ है. बच्ची का कोई सुराग नहीं मिलने पर पुलिस टीम ने परिवारजनों और दोस्तों से घंटों बैठकर बातें कीं. मुखबिरों को बच्ची की खबर लाने को लगाया गया. बच्ची की तस्वीरें, जान-पहचान के पुराने मददगारों, स्कूलों सहित सभी पुलिस स्टेशनों को भेज दी गईं. लेकिन कहीं से कोई संतोषजनक खबर नहीं आई. इस बीच, हौजखास पुलिस की हर कोशिश का नतीजा शून्य ही निकला.
रील का शौक बना पुलिस के लिए मददगार
तफ्तीश के दौरान पुलिस को पता चला कि लड़की के पास कोई मोबाइल फोन नहीं था, लेकिन एक चीज थी जो उसे दुनिया से जोड़ती थी, वह था उसका इंस्टाग्राम अकाउंट. फौरन, डिजिटल सर्विलांस शुरू की गई. पता चला कि आखिरी बार 13 अप्रैल को उस अकाउंट का इस्तेमाल हुआ था और आखिरी बार उसने तनु नाम की एक लड़की से उसकी इंस्टाग्राम पर बात हुई थी. तनु के परिवार से पूछताछ की गई तो नया रहस्य सामने आया, तनु खुद पहली अप्रैल से ही लापता थी.