MBBS Course: नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने एमबीबीएस के सिलेबस में फेरबदल किया है।
पं. दीनदयाल उपाध्याय हैल्थ साइंस एंड आयुष विवि ने इस संबंध में प्रदेश के सभी सरकारी व निजी मेडिकल कॉलेजों के डीन को निर्देश जारी कर दिया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सिलेबस में समय-समय पर बदलाव होते रहना चाहिए। इससे छात्रों को अपडेट होने का मौका मिलता है। राजधानी के डॉक्टरों ने नए सिलेबस का विरोध किया है। वे इस संबंध में कुलाधिपति व राज्यपाल से मिल भी चुके हैं। वे इसे छात्रों के लिए बोझिल बता रहे है। साथ ही, राज्यपाल के माध्यम से एनएमसी को पत्र लिखकर सिलेबस में बदलाव करने की मांग भी की गई है।
एमबीबीएस साढ़े चार साल का कोर्स है। एमबीबीएस पास होने के बाद एक साल इंटर्नशिप करनी होती है। एमबीबीएस पढ़ाई पूरी मानी जाती है। इंटर्नशिप पूरी होने के बाद दो साल की ग्रामीण सेवा अनिवार्य है। इसमें जाने के बाद ही हैल्थ साइंस विवि से स्थायी डिग्री मिलती है। छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल में स्थायी पंजीयन होता है। नहीं जाने वालों के लिए 20 से 25 लाख की पेनाल्टी का प्रावधान है।