छत्तीसगढ़ : कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, स्क्रीनिंग कमेटी प्रमुख रजनी पाटिल कांग्रेस भवन में मैराथन बैठक के लेते दिख रहें है। बैठकों में लोकसभा प्रत्याशियों सहित चुनावी रणनीति को लेकर फैसले किए गए। यह पहले दौर की बैठक थी जब लोकसभा वार विषयों पर चर्चा हुई।
छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीट हैं, वर्तमान में 11 में से 9 सीट बीजेपी के पास है और 2 पर कांग्रेस।
प्रदेश में कांग्रेस अपनी लोकसभा में स्थित बचाने बनाए रखना लगातार मेहनत कर रही है। ऐसे में हर कार्यकर्ता से पूछ परख और रणनीति पर चर्चा की जा रही है। लोकसभा वर बनाई गई कमेटियों की चर्चा देर शाम तक चली जिसमें जो सबसे महत्वपूर्ण बिंदु निकाल कर आए, उनमें मुख्य रूप से 11 सीटों से 11 पूर्व मंत्रियों को लड़ाने की रही।
लोकसभा चुनाव में भूपेश बघेल को उम्मीदवार बनने की मांग भी रखी गई। जिसका प्रस्ताव मो.अकबर नें रखा। तो वहीं रायपुर लोकसभा के लिए शहर में ही निवासरत दमदार पार्टी नेता की खोज करेगी पार्टी। दुर्ग लोकसभा के लिए पूर्व सांसद एवं पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू पर ज्यादातर पार्टी सदस्यों की सहमति बनती दिखी। राजनांदगाव के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम सर्व सहमति से आगे लाया गया।
बिलासपुर के लिए दो नाम सामने आए हैं, चरणदास महंत एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस.सिंहदेव के लिए दूसरे खेमे से मांग उठी है।
जांजगीर लोकसभा के लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत का नाम प्रस्तावित हुआ है। बस्तर एवं कांकेर लोकसभा सीटों के लिए – वर्तमान सांसद दीपक बैज, पूर्व अध्यक्ष मंत्री मोहन मरकाम के साथ पूर्व सांसद फूलो देवी नेताम के नाम सामने आये है।
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक खत्म होने के बाद प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने मीडिया से चर्चा की।
उन्होंने कहा स्क्रीनिंग कमिटी में प्रमुख नेताओं से खुले माहौल में चर्चा की यह चुनाव जीतना बहुत जरूरी है मत प्रतिशत को लेकर सचिन पायलट ने कह की हमारा बराबर रहा है और मत प्रतिशत बढ़ने के लिए कार्यकर्ताओ को निर्देश दिया जा रहे हैं , नए और अनुभवी चहरों पर पार्टी इस बार लोकसभा चुनाव में दांव खेलेगी जिसे सबसे बेहतर और सबसे टिकाऊ प्रत्याशी निकल कर आयेगे ।
स्क्रीनिंग कमिटी की प्रमुख रजनी पाटिल ने कहा हमारी पहली मीटिंग हुई सभी लोकसभा क्षेत्रों के नेता और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की,
कल प्रदेश चुनाव समिति की बैठक होगी सभी ने अपनी बात सामने रखी है। सभी के मन की बात जानना जरूरी था, लगा नहीं था की चुनाव में हार होगी। इसलिए सुनना जरूरी था और इस बार लोकसभा चुनाव में जीत में की पूरी कोशिस करेगी कांग्रेस पार्टी और उसका आला कमान।