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भारत जोड़ो यात्रा 2.0: इस बार उत्तर-पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ेगी कांग्रेस

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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन समाप्त हो चुका है। इस अधिवेशन के बाद कांग्रेस की एक और भारत जोड़ो यात्रा की संभावनाएं बढ़ गई हैं।

पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के पूर्ण सत्र में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मार्च में नई कार्ययोजना बनाने की अपील के बाद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में फिर से उत्साह भर गया है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनके बैक पैक हैं और वे फिर से ‘तपस्या’ के लिए तैयार हैं। कई कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे पहली यात्रा से प्राप्त लाभ को जल्दी से आगे बढ़ाने के लिए सड़कों पर वापस आने के लिए उतावले हैं।

हम दूसरे चरण की यात्रा की कामना करते हैं
सांसद राहुल गांधी ने पिछले महीने ही श्रीनगर में कन्याकुमारी से कश्मीर तक अपनी भारत जोड़ो यात्रा पूरी की है। इस यात्रा के बाद अब उत्तर-पूर्व से पश्चिम की ओर कांग्रेस बढ़ने की तैयारी में है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में संचार विभाग के सचिव चार हजार किमी पैदल यात्रा करने वालों में से एक वैभव वालिया ने कहा कि, जिन लोगों को यात्रा पूरी करने के लिए जाना जाता है, वह भारत यात्री तैयार हैं। हमारे बैग पैक हैं और जैसे ही पार्टी का आदेश मिलेगा हम चल पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता और हम में से कई अब यात्रा के दूसरे चरण की कामना करते हैं।

राहुल गांधी के बयान से पूर्वोत्तर में उत्साह
भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने वाली पूर्वोत्तर की एकमात्र महिला मणिपुर की ल्हिंकिम हाओकिप शिंगनैसुई ने कहा कि, रविवार को राहुल गांधी की बयान के बाद पूर्वोत्तर के लोगों में बहुत उत्साह है। उन्होंने कहा कि, लोग मुझे यह पूछने के लिए बुला रहे हैं कि वे कैसे यात्रा में शामिल हो सकते हैं। एक और यात्रा के लिए जबरदस्त उत्साह है। शिंगनैसुई ने कहा कि, वह निश्चित रूप से मार्च में होने वाली उस यात्रा में शामिल होंगी, जो देश के उत्तर पूर्व से पश्चिम तक हो सकती है।

पासीघाट से पोरबंदर यात्रा तक विचार कर रही कांग्रेस
दरअसल, राहुल गांधी ने रविवार को कहा था कि, वह और पूरा देश ‘तपस्या’ में भाग लेंगे। इसे व्यापक रूप से एक संकेत के रूप में लिया गया है कि, निकट भविष्य में इस तरह की एक और पहल हो सकती है। राहुल की टिप्पणी के बाद पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने पीटीआई को बताया कि कांग्रेस पासीघाट से पोरबंदर यात्रा (पूर्व से पश्चिम) पर विचार कर रही है, लेकिन कहा कि इसका प्रारूप भारत जोड़ो यात्रा से थोड़ा अलग हो सकता है। कांग्रेस नेता रमेश ने कहा कि, एक और संभावित यात्रा को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह और ऊर्जा है।

राहुल गांधी की छवि बदलने के लिए लंबा रास्ता तय कर चुके
कांग्रेस पर्यवेक्षक भी मानते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा ज्यादातर जगह हिट रही है। यह यात्रा राहुल गांधी की छवि को बदलने का एक लंबा रास्ता तय कर चुकी है। यात्रा के मार्ग को लेकर भी लगातार सवाल थे कि यह कुछ महत्वपूर्ण या चुनावी राज्यों से क्यों नहीं गुजरी। ऐसे में पार्टी में अब कई लोग तर्क देते हैं कि एक दूसरी यात्रा गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर जैसे राज्यों को पार कर सकती है। इससे अखिल भारतीय स्तर पर पार्टी की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। दूसरी यात्रा के बाद देश के ज्यादातर हिस्सों को कवर कर लिया गया होगा।

इस यात्रा से यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल में अच्छा प्रभाव पड़ेगा
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख बृजलाल खबरी कहते हैं कि, इस तरह की यात्रा का यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल और अन्य जगहों पर पार्टी पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि आज की सरकार किसी की भी शिकायत नहीं सुनती है, चाहे वह महंगाई या बेरोजगारी का मुद्दा हो। कानून का कोई राज नहीं है, केवल जंगल राज है। खबरी ने कहा, जब भी यात्रा की बात होती है, लोग बहुत उत्साहित हो जाते हैं। यह यात्रा उन्हें कांग्रेस की ओर आकर्षित करती है। भारत जोड़ो यात्रा ने राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में बहुत कम दूरी तय की थी और केवल कुछ दिनों के लिए रुकी थी।

सही सोच वाला व्यक्ति चाहता है राहुल गांधी एक और यात्रा करें
नेताओं ने कहा कि कांग्रेस ने बिहार, असम और ओडिशा जैसे राज्यों में भारत जोड़ो यात्रा के साथ-साथ राज्य-स्तरीय यात्राएं कीं, लेकिन एक पूर्ण यात्रा का अर्थ पूरी तरह से अलग होगा। बिहार कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद ने कहा कि उनकी राज्य इकाई ने भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर एक अभियान चलाया था, लेकिन लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी उन राज्यों में यात्रा करें जहां से वह नहीं गुजरे हैं। उन्होंने पीटीआई से कहा, यात्रा ने दिखाया है कि एकता हमारी ताकत है। हर सही सोच वाला व्यक्ति और नागरिक समाज चाहता है कि राहुल गांधी एक और यात्रा करें।

हर गांव, कस्बे और शहर से प्रेम व एकता की घंटी बजनी चाहिए
अहमद ने कहा कि, यह बहुत स्वागत योग्य होगा। सिर्फ कांग्रेस और उसके सहयोगी दल ही नहीं, देश का कल्याण चाहने वाली सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतें इस तरह की यात्रा का स्वागत करेंगी और इसमें भाग लेना चाहेंगी। केरल के कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र चांडी ओमन, जो कन्याकुमारी से पैदल चलकर कश्मीर भी गए, सामान्य भावना से सहमत थे। उन्होंने कहा कि, इस देश के हर गांव, कस्बे और शहर से आजादी, प्रेम और एकता की घंटी बजनी चाहिए। इसके लिए यात्रा हर राज्य को छूनी चाहिए। एक दूसरी यात्रा इस मिशन को पूरा करेगी, जिसके लिए हर भारत यात्री, एक मिशन के रूप में तैयार हैं।