Congress 85th Plenary Session: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के 85वें अधिवेशन के आखिरी दिन राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान श्रीनगर के लाल चौक पर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान मेरा तिरंगा फहराना प्रधानमंत्री मोदी से अलग है।
प्रधानमंत्री ने भाजपा के 15-20 कार्यकर्ताओं के साथ लाल चौक पर तिरंगा फहराया था, लेकिन जब मैंने लाल चौक पर तिरंगा फहराया तो मेरे साथ हजारों लोग थे।
राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा। मैं अपने देश के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चला। यात्रा के दौरान हजारों लोग मुझसे और पार्टी से जुड़े। मैंने किसानों की सभी समस्याओं को सुना और उनके दर्द को महसूस किया।
राहुल गांधी बोले- मेरे पास अभी भी घर नहीं है
वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि 52 साल हो गए और मेरे पास अभी भी घर नहीं है, लेकिन जब कश्मीर पहुंचे तो घर जैसा महसूस हुआ। यात्रा सभी जातियों और आयु वर्ग के लोगों को घर जैसा महसूस कराने के लिए थी। यात्रा के दौरान लोग मुझसे राजनीतिक बातें नहीं कर रहे थे लेकिन जब मैं कश्मीर पहुंचा तो सब कुछ बदल गया।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं सोचता था कि फिट हूं, 20-25 KM चल लूंगा। लेकिन यात्रा शुरू होते ही घुटने का पुराना दर्द लौट आया और 10-15 दिनों में मेरा अहंकार खत्म हो गया। भारत माता ने मुझे संदेश दिया- तुम अगर कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने निकले हो तो दिल से अहंकार मिटाओ, वर्ना मत चलो।
प्रियंका बोलीं- चुनाव के दौरान उठाए गए मुद्दे, प्रासंगिक नहीं
रायपुर में पार्टी के 85वें पूर्ण सत्र में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि चुनाव के दौरान ऐसे मुद्दे उठाए जाते हैं जो जनता के लिए प्रासंगिक नहीं होते। राजनीति इस बात पर होनी चाहिए कि बेरोजगारी से कैसे निपटा जाए, जीडीपी को कैसे मजबूत किया जाए, हमारी अर्थव्यवस्था को कैसे आगे बढ़ाया जाए। बीजेपी ने हम पर छापे मारे लेकिन हम मजबूती से खड़े हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि वे लोग जो देश की राजनीति को देखकर समझ रहे हैं कि कुछ गलत हो रहा है, उन्हें एक मंच देना हमारा काम है। उनकी आवाज को बुलंद करना हमारा काम है। वहीं वे लोग जो यह नहीं समझ रहे हैं, उन्हें भी यह बताना और समझाना हमारा काम है। यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।