भारत सहित दुनिया के सभी देश पर्यावरण को लेकर चिंतित हैं. सब इसमें हर हाल में सुधार चाहते हैं. कोई ग्रीन एनर्जी पर काम कर रहा है तो कोई ग्रीन फ्यूल पर. ग्रीन बिल्डिंग तक पर अपने ही देश में काम हो रहा है.
सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा जैसी ग्रीन एनर्जी भी भारत की प्राथमिकता में शामिल है. डीजल इंजन से चलने वाली ट्रेन की छुट्टी होने वाली है. Hydrogen Train के इस साल के अंत तक शुरू होने की संभावना है. इलेक्ट्रिक वाहनों पर अनेक तरह की छूट सरकारें दे रही हैं.
मतलब, माहौल बनने लगा है. लोगों में जागरूकता भी आ गई है. वह समय दूर नहीं, जब यह सेक्टर व्यवस्थित तरीके से काम करने लगेगा. इसके लिए बड़ी संख्या में पेशेवरों की जरूरत होगी. इस कॉपी में ग्रीन सेक्टर में उपलब्ध करियर संभावनाओं की जानकारी दी जा रही है.
बीते कुछ सालों से भारत में हर साल 10-12 हजार जॉब्स ग्रीन सेक्टर में आ रही थीं. हाल के सालों में धीरे-धीरे इनमें इजाफा हो रहा है. साल 2025 तक ग्रीन बिल्डिंग्स के लिए बड़ी संख्या में प्रोफेशनल्स की जरूरत पड़ेगी. रिन्यूएबल एनर्जी की फील्ड में तो आज भी पेशेवर युवाओं की जरूरत है. सरकारी से लेकर निजी क्षेत्र में आए दिन वैकेंसी आती रहती है.
कुछ उपलब्ध जॉब प्रोफाइल
फॉरेस्ट एंड वाइल्डलाइफ मैनेजर/नेचर कंजरवेशन ऑफिसर/री-साइक्लिंग ऑफिसर/वेस्ट मैनेजमेंट ऑफिसर/प्लांट ऑपरेटर/हाइड्रोलॉजिस्ट/लैब टेक्नीशियन/रिसर्चर/ग्रीन आर्किटेक्ट/एनर्जी इंजीनियर आदि.
ग्रीन सेक्टर के प्रमुख कोर्स
ग्रीन सेक्टर से संबंधित कोई कोर्स करने के लिए साइंस स्ट्रीम से 12वीं जरूरी है.
- बीएससी/बीई/बीटेक एनवायरनमेंटल साइंस- बीएससी की अवधि तीन वर्ष है. जहां न्यू एजुकेशन पॉलिसी लागू हो गई है, यही कोर्स चार साल का है, लेकिन डिग्री आनर्स की मिलेगी. बीटेक/बीई, चार साल का कोर्स है.
- एमएससी/एमई/एमटेकएनवायरनमेंटल साइंस इन सभी कोर्सेज के लिए दो वर्ष का समय तय है. बीटेक वाले एमटेक कर सकते हैं तो बीएससी वाले एमएससी. मास्टर्स करने के बाद रास्ते और खुलते हैं.
- पीएचडी एनवायरनमेंटल साइंस में कोई भी मास्टर्स आपके पास है तो पीएचडी आपके लिए ही है. इसमें चार से पांच साल का समय लग सकता है.
- ग्रीन सेक्टर की फील्ड में हायर लेवल पर करियर शुरू करना चाहते हैं तो मैनेजमेंट बेहतरीन विकल्प हो सकता है. कोर्स कुछ ये रहे.
- MBA एनर्जी मैनेजमेंट/MBA ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट/MBA फॉरेस्ट मैनेजमेंट/MBA डेयरी मैनेजमेंट/MBA एग्रीकल्चर बिजनेस मैनेजमेंट/ MBA कॉर्पोरेट सोशल रिस्पोंसिब्लिटी
ग्रीन सेक्टर के कोर्सेज करवाने वाले टॉप संस्थान
- जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
- इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंसेज, बैंगलोर
- वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया, देहरादून
- IIMs और IITs में भी ग्रीन एनर्जी पर कोर्सेज उपलब्ध हैं.
एडमिशन: यूजी, पीजी, एमबीए या पीएचडी में एडमिशन के लिए सामान्य नियम ही लागू होंगे. मसलन-CUET, JEE Main, JEE Advanced, CAT, Gmat आदि.
ग्रीन सेक्टर के प्रोफेशनल्स की सैलरी
सामान्य कॉलेज से पढ़ाई कर इस फील्ड में काम शुरू करने वाले फ्रेशर को शुरुआत में औसतन 3-4 लाख रुपये मिल सकते हैं. लेकिन अगर आईआईटी से बीटेक है, तो यही सैलरी 12-15 लाख रुपये भी हो सकती है. इसी तरह आईआईएम से एमबीए हैं तो सैलरी ज्यादा मिलेगी और किसी अन्य कॉलेज से कर रहे हैं तो थोड़ी कम. लेकिन एक बात तय है कि आने वाले कुछ सालों तक इस सेक्टर में नौकरियों की भरमार रहने वाली है.