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भूत-प्रेत भगाने के लिए दिए 65 हजार रुपये, सपने में आने लगा तांत्रिक तो हुआ हत्या का खुलासा

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गरियाबंद जिले में एक तांत्रिक की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. जबकि इनका अन्य साथी मौके से फरार है. पुलिस उसे पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है. पुलिस ने बताया कि तांत्रिक की हत्या 65 हजार रुपये के लेन- देन को लेकर हुई थी.

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में एक तांत्रिक की हत्या के आरोप में पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. जबकि एक आरोपी जयसिंह फरार चल रहा है.पुलिस का कहना है कि उसे पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है, जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि

तांत्रिक की हत्या 65 हजार रुपये के लेन देन को लेकर हुई थी. 

तांत्रिक की हत्या 2 जनवरी को की गई थी और 6 जनवरी को उसका शव बरामद हुआ. हत्या के बाद आरोपियों ने शव को तेतेलपारा गांव के पास पवित्र दौरा के खलिहान में पैरे के नीचे छुपा दिया था और मौके से फरार हो गए थे.

ऐसे हुआ हत्या का खुलासा: 

पुलिस ने बताया कि इस हत्या में शामिल दाखिल मांझी नाम शख्स के सपने में तांत्रिक आने लगा. जिसके बाद वह काफी परेशान रहने लगा. 6 जनवरी की रात को दाखिल उसी दौरान कुछ लोगों की नजर उस पर पड़ी और वो भी वहां पहुंच गए. दाखिल ने लोगों को गुमराह करते हुए बताया कि वो यहां से गुजर रहा था तो उसने देखा कि खलिहान के नीचे एक शव पड़ा है. लेकिन मौके पर मौजूद लोगों को उसकी बात पर यकीन नहीं हुआ और उन्होंने तुरंत ही इसकी सूचना पुलिस को दे दी. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू की. 

पुलिस ने दाखिल को हिरासत में लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की गई. तो उसने सारा राज उगल दिया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सुंदर यादव, चरण सिंह यादव, पतिराम और गिरफ्तार किया. जबकि इनका अन्य साथी जयसिंह अब भी अभी फरार है.

हत्या की ये है असली वजह:

पुलिस ने बताया कि घुमरापदर के रहने वाले मुख्य आरोपी पतिराम यादव के 13 के बेटे की जुलाई माह में मौत हो गई थी. इस पर पतिराम को लगा कि उसके घर में कुछ भूत प्रेत का साया है. इसलिए उसने तेतलपारा के रहने वाले जयसिंह के मदद से ओड़िसा के झुलनबर निवासी तांत्रिक बिरोचरण (58) से संपर्क किया और अपने घर की पूरी स्थिति के बारे में बताया. इसके बाद तांत्रिक बिरोचरण पतिराम के घर पहुंचकर कुछ  तंत्र-मंत्र की क्रिया कर 65 हजार रुपये  लिए.  लेकिन  कुछ दिन बाद पतिराम के घर वाले फिर बीमार पड़ने लगे.

ऐसे में पतिराम फिर तांत्रिक के पास पहुंचा और उससे अपने रुपये मांगे लेकिन तांत्रिक ने देने से इनकार कर दिया. इस पर पतिराम ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी पिटाई कर दी और उसकी मौत हो गई. फिर सभी आरोपियों ने शव को छुपा दिया और फरार हो गए. लेकिन पतिराम के एक परिजन दाखिल मांझी की एक चूक ने सारा भांड़ा खोलकर रख दिया. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. चार आरोपी पुलिस की गिरफ्तार में एक फरार है.