प्रियंका गांधी हाथ जोड़ो अभियान शुरू कर रही हैं, इधर, प्रदेश सरकार महिलाओं को गिरफ्तार कर रही है
पंचायत मंत्री रहते टीएस सिंहदेव ने जारी किया था पत्र
सड़क में कटोरा लेकर खड़े थे तब नहीं हुई गिरफ्तारी, मंत्री बंगला पहुंचे तो हवालात में भेजा
रायपुर– दिवंगत पंचायत शिक्षकों (late panchayat teachers) की विधवाएं व उनके परिजन अनुकंपा नियुक्ति (compassionate appointment) की मांग को लेकर दो दिन पहले कृषि एवं पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे (Agriculture and Panchayat Minister Ravindra Choubey) के निवास में कटोरा लेकर खड़े हुए हुए थे, जिन्हें गिरफ्तार कर पुलिस थाना ले गई। 5 से 6 घंटे थाना में रखने के बाद पांच महिलाओं को छोड़ा दिया गया। अऩुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ की प्रदेशाध्यक्ष माधुरी मृगे (State President Madhuri Mrige) ने कहा कि सभी महिलाएं अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर बूढ़ातालाब में स्थित धरना स्थल (Dharna site located in Budhatalab)पर डटी हुई हैं। आज की स्थिति में हमारे पास पैसा नहीं है, हम भीख मांगने को मजबूर हो गए हैं। तब पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे के निवास में कटोरा लेकर पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने हमें मंत्री से मुलाकात करने नहीं दिया, उल्टा हमें गिरफ्तार करके थाने में देर शाम तक बैठाए रखी।
हम जनप्रतिनिधियों से पूछना चाहते हैं कि एक तरफ कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी (National leader Priyanka Gandhi) महिलाओं के लिए 40 प्रतिशत आरक्षण व हाथ जोड़ो यात्रा निकालने की बात करती हैं, वहीं छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं को धरना में बैठने को मजबूर करने के साथ पुलिस से गिरफ्तार करवा रही है। ऐसे में सरकार महिलाओं के अपमान के साथ-साथ छत्तीसगढ़ महतारी (Chhattisgarh Mahtari) की भी अपमान कर रही है। जबकि, पूर्व पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव (Minister TS Singhdev) ने अनुकंपा नियुक्ति देने के लिए अधिकारियों को पत्र भी लिखा था। अनुकंपा संघ की महिलाओं को छोडऩे की मांग को लेकर भाजपा के गौरीशंकर श्रीवास ने सिविल लाइन थाना परिसर (Civil Line Police Station) में धरने पर बैठे। करीब आधा घंटा धरना देने के बाद महिलाओं को छोड़ दिया गया। गौरीशंकर श्रीवास ने कहा मंत्री के बंगले से अनुकंपा संघ की महिलाओं की गिरफ्तारी की सूचना मिली थी, लेकिन शाम तक छोड़े नहीं थे। इसके चलते धरना-प्रदर्शन करना पड़ा। आधे घंटे प्रदर्शन के बाद महिलाओं को निशर्त रिहा कर दिया गया। वहीं, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुख्य प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानू नायक ने दिवंगत पंचायत शिक्षाकर्मियों के परिजनों की गिरफ़्तारी की निंदा की है।
हम जनप्रतिनिधियों से पूछना चाहते हैं कि एक तरफ कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी (National leader Priyanka Gandhi) महिलाओं के लिए 40 प्रतिशत आरक्षण व हाथ जोड़ो यात्रा निकालने की बात करती हैं, वहीं छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं को धरना में बैठने को मजबूर करने के साथ पुलिस से गिरफ्तार करवा रही है। ऐसे में सरकार महिलाओं के अपमान के साथ-साथ छत्तीसगढ़ महतारी (Chhattisgarh Mahtari) की भी अपमान कर रही है। जबकि, पूर्व पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव (Minister TS Singhdev) ने अनुकंपा नियुक्ति देने के लिए अधिकारियों को पत्र भी लिखा था। अनुकंपा संघ की महिलाओं को छोडऩे की मांग को लेकर भाजपा के गौरीशंकर श्रीवास ने सिविल लाइन थाना परिसर (Civil Line Police Station) में धरने पर बैठे। करीब आधा घंटा धरना देने के बाद महिलाओं को छोड़ दिया गया। गौरीशंकर श्रीवास ने कहा मंत्री के बंगले से अनुकंपा संघ की महिलाओं की गिरफ्तारी की सूचना मिली थी, लेकिन शाम तक छोड़े नहीं थे। इसके चलते धरना-प्रदर्शन करना पड़ा। आधे घंटे प्रदर्शन के बाद महिलाओं को निशर्त रिहा कर दिया गया। वहीं, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुख्य प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानू नायक ने दिवंगत पंचायत शिक्षाकर्मियों के परिजनों की गिरफ़्तारी की निंदा की है।