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निलंबित IPS जीपी सिंह की गिरफ्तारी से जुड़ा 36000 करोड़ के घोटाले और पूर्व CM का लिंक, जानें मामला

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छत्तीसगढ़ पुलिस के निलंबित आईपीएस जीपी सिंह की गिरफ्तारी का लिंक राज्य के चर्चित कथित 36 हजार करोड़ रुपये के नान घोटाले से जुड़ रहा है. नान घोटाले के साथ ही पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह और उनकी पत्नी वीणा सिंह से भी गिरफ्तारी के तार जोड़े जा रहे हैं. खुद जीपी सिंह ने उनकी गिरफ्तारी के तार नान घोटाले और रमन सिंह व उनकी पत्नी से जोड़े हैं. 2 दिन की रिमांड पूरी होने के बाद ईओडब्ल्यू ने जीपी सिंह को बीते शुक्रवार की शाम को रायपुर में लीना अग्रवाल की कोर्ट में पेश किया. पुलिस ने कोर्ट को बताया कि जीपी सिंह की ओर से जांच में सहयोग नहीं किया जा रहा है. कई और अहम जानकारियां उनसे लेनी हैं. लीना अग्रवाल की कोर्ट ने जीपी सिंह की पुलिस रिमांड चार दिनों के लिए और बढ़ा दी.

कोर्ट में पेश किये जाने के दौरान बीते शुक्रवार को मीडिया से हुई बातचीत के दौरान जीपी सिंह के सनसनीखेज बयान को लेकर इस वक्त चर्चा चल रही है. जीपी सिंह ने कहा कि ये पॉलिटिकल विक्टिमाइजेशन है और मैनें नागरिक आपूर्ति निगम (नान) घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और वीणा सिंह को फंसाने से इंकार कर दिया. इसलिए मुझे ये सब झेलना पड़ रहा है. बता दें कि फरवरी 2015 में छत्तीसगढ़ में नागरिक आपूर्ति निगम में बड़ा भ्रष्टाचार पकड़ा गया था. छापेमार कार्रवाई में एक लाल डायरी बरामद हुई थी, जिसमें सीएम सर और सीएम मैडम का जिक्र था. तब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे भूपेश बघेल ने तत्कालीन रमन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. 36 हजार करोड़ रुपये के कथित घोटाले के तार अब जीपी सिंह की गिरफ्तारी के मामले से जोड़े जा रहे हैं.

मांगी थी पांच दिन की रिमांड
बता दें कि बीते शुक्रवार को जीपी सिंह को विशेष मजिस्ट्रेट लीना अग्रवाल की कोर्ट में पेश किया गया था. यहां ईओडब्ल्यू ने कोर्ट से जीपी सिंह की 5 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने 4 दिन की अनुमति दी और अब 18 जनवरी को दोपहर 2 बजे तक उन्हें पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. जीपी सिंह के वकील आशुतोष पाण्डेय ने कहा कि क्योंकि जीपी सिंह पर आरोप लग रहे हैं कि वे जांच में किसी भी तरह का सहयोग नहीं कर रहे हैं. ऐसे में कोर्ट को ये बताया गया है कि ईओडब्ल्यू द्वारा 32 नोटिस भेजे गये थे और सभी नोटिस का जवाब दिया गया है. जवाब में स्पष्ट लिखा गया था कि बेल मेरा अधिकार है और अगर में खुद उपस्थित नहीं हो पा रहा हुं तो आप मुझसे वर्चुअली या मेरे फोन नंबर पर कॉल कर पूछताछ कर सकते हैं. क्योंकि अब गिरफ्तार कर लिया गया है और अगर अब कोई भी सहयोग चाहिए इसलिए हमें पुलिस रिमांड में कोई दिक्कत नहीं है.