कोरोना की दूसरी लहर के बाद केंद्र सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए सोमवार को दूसरी बार राहत पैकेजेस का ऐलान किया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कोरोना में देश का निर्यात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. इसलिए इस क्षेत्र को भी इस बार राहत पैकेज दिया जा रहा है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि नेशनल एक्सपोर्ट इंश्योरेंस अकाउंट (एनईआईए) के माध्यम से परियोजना निर्यात के लिए 33,000 करोड़ रुपए का प्रोत्साहन प्रस्तावित है. इस ट्रस्ट ने 31 मार्च, 2021 तक 63 विभिन्न भारतीय परियोजना निर्यातकों द्वारा 52 देशों में 52,860 करोड़ रुपए की 211 परियोजनाओं का समर्थन किया है. निर्यातक संगठन (FIEO) के अध्यक्ष डॉ ए शक्तिवेल ने महामारी से लड़ने के लिए वित्त मंत्री द्वारा घोषित आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज का स्वागत किया है.
निर्यात बीमा कवर के लिए 88,000 करोड़ रुपए का प्रोत्साहन
निर्यात ऋण गारंटी निगम (ईसीजीसी) ऋण बीमा सेवाएं प्रदान करके निर्यात को बढ़ावा देता है. इसके उत्पाद भारत के व्यापारिक निर्यात का लगभग 30 प्रतिशत समर्थन करते हैं1 वित्त मंत्री ने कहा कि निर्यात बीमा कवर को 88,000 करोड़ रुपए तक बढ़ाने के लिए ईसीजीसी में पांच साल तक इक्विटी डालने का प्रस्ताव है.
महामारी की वजह से बढ़ते क्रेडिट जोखिमों को दूर करेगी नई स्कीम
फियो (FIEO) के अध्यक्ष डॉ ए शक्तिवेल ने कहा कि वित्त मंत्री द्वारा निर्यात क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एनईआईए के माध्यम से परियोजना निर्यात के लिए 33,000 करोड़ रुपए की घोषणासे माल और सेवाओं के निर्यात सुविधा होगी. यह इसलिए भी अहम है क्योंकि भारत से परियोजना निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई अर्थव्यवस्थाएं बड़े निवेश के साथ खुल रही हैं. शक्थिवेल ने दोहराया कि एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (ईसीजीसी) के माध्यम से एक्सपोर्ट इंश्योरेंस कवर में बढ़ोतरी महामारी के दौरान और उसके बाद बढ़ते क्रेडिट जोखिमों को दूर करेगी. इससे निर्यातकों को तरलता के मामले में राहत मिलेगी.