अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल यानी ब्रेंट क्रूड की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है.सऊदी अरब में एनर्जी दिग्गज अरामको (Aramco) के स्वामित्व वाली सुविधाओं पर मिसाइल हमले के बाद ब्रेंट क्रूड ऑयल (Brent crude oil ) में सोमवार को दो प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है.
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी परेशान हैं. तेल की बढ़ती कीमतें सड़क से लेकर संसद तक चर्चा में है. सरकार पर लगातार एक्जाइज ड्यूटी कम करने का दबाव है. लोगों के लिए बस एक सवाल है कि तेल के दाम कब तक कम होंगे? बता दें कि आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल की कीमतें और बढ़ सकती हैं. दरअसल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल यानी ब्रेंट क्रूड की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है.सऊदी अरब में एनर्जी दिग्गज अरामको (Aramco) के स्वामित्व वाली सुविधाओं पर मिसाइल हमले के बाद ब्रेंट क्रूड ऑयल (Brent crude oil ) में सोमवार को दो प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है. वहीं, ब्लैक गोल्ड का एक बैरल 2.11 प्रतिशत बढ़कर 70.82 डॉलर प्रति बैरल हो गया है. यह मई 2019 के बाद सबसे उच्चतम स्तर पर है
20 माह में सबसे महंगा क्रूड ऑयल
सोमवार को ब्रेंट क्रूड 70 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है. तेल की कीमतें 20 महीने के उच्च स्तर पर हैं. पिछले गुरुवार को ओपेक प्लस देशों के बीच हुई बैठक में क्रूड ऑयल प्रोडक्शन बढ़ाने के प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगी थी. इसके बाद चार दिन में ही कच्चे तेल की कीमतों में 6 डॉलर की बढ़ोतरी हो गई है. जानकारों की मानें तो इसका असर भारत पर भी पड़ सकता है. हालांकि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज लगातार 9वें दिन भी बढ़ोतरी नहीं हुई है. कीमत स्थिर है.
ओपेक प्लस द्वारा उत्पादन पर लागू नियंत्रण में उठाने की भारत की अपील को अनसुना कर दिए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं. ऐसे में अगल कच्चा तेल उत्पादक देश अगर उत्पादन नहीं बढ़ाते हैं तो कच्चे तेल के दाम और बढ़ सकते हैं. ऐसे में पेट्रोल-डीजल और महंगे हो सकते हैं. कीमत 100 के पार भी पहुंच सकता है, ऐसा इसलिए क्योंकि देश के कई हिस्सों में पेट्रोल 100 के आसपास पहले से ही पहुंच गई हैं. इस समय लगभग हर शहर में दोनों ईधनों के दाम ऑल टाइम हाई (All Time High) पर चल रहे हैं.
पिछले साल तेल उत्पादकों को उठाना पड़ा था नुकसान
बता दें कि क्रूड उत्पादक देशों के लिए पिछला एक साल चुनौतीपूर्ण रहा है. उन्हें इतिहास में सबसे बड़े आउटपुट कटौती तक का फैसला लेना पड़ा, क्योंकि वैश्विक स्तर पर लॉकडाउन के बाद दुनियाभर में ईंधन की मांग रिकॉर्ड स्तर पर कम हो चुकी थी. लेकिन, पिछले कुछ महीनों में इन देशों को फायदा भी हुआ है. खासकर तब, जब कच्चे तेल का भाव एक बार फिर 60 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचने में कामयाब रहा है.
पेट्रोल डीजल के आज के भाव
1; दिल्ली में पेट्रोल 91.17 रुपये और डीजल 81.47 रुपये प्रति लीटर है.
2; मुंबई में पेट्रोल 97.57 रुपये और डीजल 88.60 रुपये प्रति लीटर है.
3; कोलकाता में पेट्रोल 91.35 रुपये और डीजल 84.35 रुपये प्रति लीटर है.
4; चेन्नई में पेट्रोल 93.11 रुपये और डीजल 86.45 रुपये प्रति लीटर है.
5; नोएडा में पेट्रोल 89.38 रुपये और डीजल 81.91 रुपये प्रति लीटर है.
6; बैंगलूरु में पेट्रोल 94.22 रुपये और डीजल 86.37 रुपये प्रति लीटर है.
7; भोपाल में पेट्रोल 99.21 रुपये और डीजल 89.76 रुपये प्रति लीटर है.
8; चंडीगढ़ में पेट्रोल 87.73 रुपये और डीजल 81.17 रुपये प्रति लीटर है.
9; पटना में पेट्रोल 93.48 रुपये और डीजल 86.73 रुपये प्रति लीटर है.
10; लखनऊ में पेट्रोल 89.31 रुपये और डीजल 81.85 रुपये प्रति लीटर है.