जयपुर. राजस्थान में भाजपा के विधायक 15 दिन का विधानसभा का भत्ता छोड सकते है एक विधायक ने तो इस ीात्ते की राशि टिड्डी प्रभावित किसानों को देने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री, विधानसभाअध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को पत्र भी लिख दिया है. भाजपा विधायक इस बारे में पार्टी के विधायक दल की बैठक में निर्णय करेंगे.
दरअसल राजस्थान विधानसभा का सत्र गत 24 जनवरी से शुरू हो चुका है हालांकि सिर्फ 24 और 25 जनवरी को ही कार्यवाही हुई इन दो दिनों में विधानसभा ने अनुसूचित जाति और जनजाति को विधानसभाओं में आरक्षण दस वर्ष और बढाने के केन्द्रीय विधयेक का अनुमोदन और नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ संकल्प पारित किया था इसके बाद सत्र की कार्यवाही 10 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई. ऐसे में 26 जनवरी से नौ फरवरी तक सदन की कार्यवाही नहीं चल रही है इसके बावजूद विधायकों को प्रतिदिन का भत्ता मिल रहा है औसतन एक विधायक को करीब दो हजार रूपए प्रतिदिन का भत्ता मिलता है और 15 दिन का भत्ता प्रति विधायक करीब तीस हजार रूपये होता है ऐसे में भाजपा विधायकों के बीच इस बात की चर्चा है कि चूंकि काम नहीं हो रहा है तो भत्ता भी नहीं लिया जाएं.
इस बीच बीकानेर जिले के नोखा से भाजपा विधायक बिहारी लाल विश्नोई ने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को पत्र भी लिखा है कि चूंकि सत्र की कार्यवाही नहीं चल रही है इसलिए विधायकों को यह भत्ता नहीं मिलना चाहिए विधायकों को देने के बजाए भत्ते की यह राशि टिडडी हमले से प्रभावित किसानों को दी जानी चाहिए अपने पत्र में उन्होने कहा है कि वे यह भत्ता नहीं लेगे और अपनी ओर से इसे टिड्डी प्रभावित किसानों की सहायता के लिए देंगे.