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पेंटल कंपनी ने छत्तीसगढ़ में की 16 करोड़ की ठगी

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रायपुर। रिलायंस ग्रुप के नाम पर रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के 35 डिस्ट्रीब्यूटरों, 78 हजार उपभोक्ताओं से 16 करोड़ और देशभर की 13 लाख एजेंसियों से करीब सात हजार करोड़ रुपये की ठगी करने वाले नोएडा, दिल्ली की पेंटल टेक्नोलॉजी इंडिपेंटेड टीवी के दर्जनभर से अधिक फरार डायरेक्टरों की तलाश में पुलिस टीम एक-दो दिन के भीतर दिल्ली जाएगी। रायपुर की इनोवेट इनकार्पोरेशन की प्रीति छगन मूंदड़ा की शिकायत पर मंगलवार रात गुढ़ियारी पुलिस ने इस मामले में पेंटल के डायरेक्टर संजय भाटी,विजेन्द्रर सिंह, विवेक सिंह, बद्रीनारायण तिवारी, जवाहर लाल,मोहम्मद शायान आरिफ, गुरदीप सिंह, मनोज कुमार तिवारी, सचिन भाटी, रचकोंडा वेंकटारमन, कुश तिवारी, ग्रेस थांमस समेत अन्य के खिलाफ चार सौ बीसी का केस दर्ज किया है।

संजय भाटी वर्तमान में धोखाधड़ी के एक दूसरे केस में पिछले आठ महीने से नोएडा जेल में बंद है। इन आरोपितों के खिलाफ गाजियाबाद(उप्र) में भी करोड़ों की धोखाधड़ी का केस दर्ज है।

गुढ़ियारी थाना प्रभारी रवि तिवारी ने बताया कि धोखाधड़ी मामले की जांच चल रही है। पेंटल टेक्नोलॉजी इंडिपेंटेड टीवी के आरोपित डायरेक्टरों ने रिलांयस ग्रुप के नाम पर रिलायंस बिग टीवी डीटीएच सर्विस के रूप में एजेंसी व डीलरशीप देने देशभर 80 हजार लोगों को एजेंसी और डीलरशीप देने 25 लाख रुपये प्रति डीलर के हिसाब से ले लिया। लोगो को रिलायंस बिग टीवी, डीटीएच सर्विस देने का आश्वासन दिया।

शिकायतकर्ता प्रीति छगन मूदंड़ा से आरोपितों ने करीब 2 करोड़ रुपये ठगे हैं। यहीं नहीं आरोपितों ने रिलायंस ग्रुप में नियुक्ति दिलाने का झांसा देकर दो लाख लोगों की नियुक्ति विभिन्न प्रांतों में की थी। एजेंसी होल्डरों द्वारा राशि जमा करने पर पांच साल तक पांच सौ चैनल दिखाने का वायदा किया गया था।

कंपनी को अक्टूबर 2019 तक सभी 500 चैनल इंस्टाल करना था। चैनलों की कभी पूर्ति नहीं होने पर दिए गए सेटअप बाक्स, छतरी, वायर आदि छत्तीसगढ़ के डिस्ट्रीब्यूटरों ने वापस भी कर दिया था, बावजूद इसके उनके 16 करोड़ रुपये नहीं लौटाए गए।

एजेंसी होल्डरों को पांच साल तक पांच सौ चैनल दिखाने का वायदा किया गया था। 15 अप्रैल से चैनल दिखाया गया। 12 जून की रात से पूरे चैनल बंद कर डायरेक्टर लापता हो गए। पुलिस का कहना है कि ठगी के शिकार लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। कंपनी के अधिकांश डायरेक्टर दिल्ली नोएडा रहने वाले हैं। ऐसे में पुलिस की टीम दिल्ली जाकर उनकी धरपकड़ करेगी।

बाइक बोट की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर भी शातिरों ने करोड़ों ठगा

अगस्त 2019 में सिविल लाइन थाने में ओला की तर्ज पर बाइकबोट योजना की फ्रेंचाइजी देने का झांसा देकर उत्तर प्रदेश की कंपनी द्वारा रायपुर समेत अन्य जिलों के 20 से अधिक ट्रांसपोर्टरों से करोड़ों रुपये ठगने के मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज है।

ठगी के शिकार लक्ष्मीनगर., बिरगांव निवासी अखिल कुमार बिसोई की शिकायत पर पुलिस ने गौतम बुद्घ नगर (उप्र) की मेसर्स गर्विट इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के डायरेक्टर संजय भाटी, सचिन भाटी, पवन भाटी, दीप्ति बहुल, करण पाल सिंह भाटी, विजय कशना, राजेश भारद्वाज, विदेश भाटी, विजेंद्र सिंह हुड्डा, रीति चौधरी, पवन कुमार वर्मा, सखा विश्वास, मोहम्मद सायना आरिफ, प्रमोद कुमार सिंह, तरुण पवार, बीएन तिवारी, राहुल पवार, रेखारानी जालंधर, आशुरानी, विनोद चौहान, सीईओ तरुण शर्मा और लेखाकार बलवंत सिंह के खिलाफ अपराध कायम किया था। इसी मामले में संजय भाटी समेत अन्य को नोएडा पुलिस ने अपने यहां दर्ज केस में गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

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