मुंबई/हैदराबाद। चीन में फैले खतरनाक कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए भारत ने भी एहतियाती उपाय शुरू कर दिए हैं। इसके तहत चीन से लौटे दो यात्रियों के संदिग्ध रूप से संक्रमित होने की आशंका में उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में निगरानी में रखा गया है। वहीं, हैदराबाद एयरपोर्ट भी हांगकांग से लौटे करीब 250 यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग (विशेष प्रकार की जांच) की गई लेकिन किसी में भी कोई लक्षण नहीं मिले। मुंबई, पुणे और दिल्ली में अलग स्पेशल वार्ड भी बनाए गए हैं। लेकिन अधिकारियों ने कहा है कि देश में अभी तक कोरोना वायरस का कोई भी केस सामने नहीं आया है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।
मुंबई में अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि कोरोना वायरस की जांच के लिए 19 जनवरी से यहां छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 1,789 यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई है। इनमें से चीन से लौटे दो यात्रियों को एहतियाती तौर पर स्थानीय कस्तुरबा अस्पताल में भर्ती किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमण का कोई केस नहीं मिला है। उन्होंने कहा, ‘बीते 14 दिनों में चीन के वुहान शहर से होकर आए किसी भी यात्री को थर्मल स्क्रीनिंग में इससे संक्रमित नहीं पाया गया।” उल्लेखनीय है कि इस वायरस से संक्रमण का पहला मामला चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से ही सामने आया था।
इसके मद्देनजर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने एहतियाती तौर पर कस्तुरबा अस्पताल में एक आइसोलेशन (अलग-थलग) वार्ड बनाया है। बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पद्मजा केसकर ने बताया कि यह आइसोलेशन वार्ड संदिग्ध संक्रमित लोगों के निदान (डायग्नोसिस) तथा इलाज के लिए बनाया गया है। उन्होंने बताया कि दो लोगों को मामूली कफ तथा सर्दी-जुकाम संबंधी लक्षणों के कारण निगरानी में अस्पताल में रखा गया है। उन्होंने बताया कि मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात डॉक्टरों से कहा गया है कि चीन से लौटने वाले यात्रियों में यदि इस वायरस के कोई भी लक्षण दिखते हैं तो उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भेजा जाए।
क्या हैं संक्रमण के लक्षण
विशेषज्ञों के अनुसार, इस वायरस के संक्रमण से सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर श्वास तंत्र की गंभीर समस्या तक पैदा कर सकता है। लेकिन चीन में जिस वायरस से संक्रमित होकर लोगों की जान जा रही है, वह इससे अलग किस्म का है और इसे पहले कभी नहीं देखा गया।
कहां-कहां पाए गए ये वायरस
स्वास्थ्य विभाग में निगरानी अधिकारी डॉ. प्रदीप आवटे के मुताबिक, कोरोना वायरस का संक्रमण मुख्यत: चीन के अलावा दक्षिण कोरिया, जापान, थाईलैंड तथा अमेरिका में भी पाए गए हैं।
प्राइवेट डॉक्टरों को भी अलर्ट करने का निर्देश
डॉ. पद्मजा ने बताया कि शहर के सभी प्राइवेट डॉक्टरों से भी कहा गया है कि चीन से लौटने वाले किसी भी व्यक्ति में यदि कोरोना वायरस के लक्षण दिखते हैं तो हमें अलर्ट करें। कस्तुरबा अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए विस्तृत निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने बताया कि कस्तूरबा अस्पताल के अलावा पुणे के नायडू अस्पताल में भी अलग वार्ड बनाया गया है।
हालात पर एक नज़र :
– कोरोना वायरस के डर से मुंबई दो लोग निगरानी में, विशेष वार्ड बना
-चीन से लौटे इन लोगों के वायरस से संक्रमित होने की आशंका
-मुंबई एयरपोर्ट पर 19 जनवरी से 1,789 यात्रियों की हुई ‘जांच”
-एहतियात के तौर पर दो संदिग्धों को कस्तुरबा अस्पताल में भर्ती कराया गया
-हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी करीब 250 लोगों की जांच, कोई केस नहीं मिला
चीन में मृतकों की संख्या 25 तक पहुंची
इस बीच, चीन में इस वायरस से अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी है तथा संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़कर 830 हो गई। इसके कारण अधिकारियों ने इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए आठ शहरों में आने-जाने पर पाबंदी लगा दी है।
दूसरी ओर, चीन में स्थित भारतीय दूतावास ने भी इस वायरस के प्रकोप को देखते हुए 26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस का समारोह रद्द कर दिया है।