राशन के बदले पैसे देकर मामले को दबाने की कवायद शिकायत के बाद भी नहीं हुआ निराकरण कोरबा- करतला विकासखंड के ग्राम पᆬत्तेगंज में नागरिक आपूर्ति निगम से आवंटन जारी किए जाने के बाद भी हितग्राहियों को नवंबर-दिसंबर माह का राशन वितरण नहीं किया गया है। मामले की शिकायत न हो, इस आशय से दुकान संचालक की ओर राशि
0 राशन के बदले पैसे देकर मामले को दबाने की कवायद
0 शिकायत के बाद भी नहीं हुआ निराकरण
कोरबा- करतला विकासखंड के ग्राम पᆬत्तेगंज में नागरिक आपूर्ति निगम से आवंटन जारी किए जाने के बाद भी हितग्राहियों को नवंबर-दिसंबर माह का राशन वितरण नहीं किया गया है। मामले की शिकायत न हो, इस आशय से दुकान संचालक की ओर राशि वितरण कराया गया है। राशन से वंचित हितग्राहियों ने मामले की शिकायत कलेक्टर से की थी। इसके बाद भी अब तक कार्रवाई नहीं हुई।
राशन के वितरण के नाम पर बरती जा रही गड़बड़ी का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। राशन आवंटन के बाद भी वितरण नहीं होने से तंग आकर लोगों ने कलेक्टर से शिकायत की थी। प्रशासन स्तर पर कार्रवाई नहीं होने से अंततः क्षेत्रीय विधायक ननकीराम को पत्र लिखा है। विधायक को लिखे पत्र में सहसराम राठिया और मयाराम ने इस बात का उल्लेख किया है कि दुकान संचालक ने गरीब हितग्राहियों को उनके हिस्से का राशन नहीं दिया है। प्रशासन से शिकायत न हो इस डर राशन के बदले पैसे का वितरण भी किया है। राशन के बदले पैसे दिया जाना खाद्य वितरण प्रणाली नियम का उल्लंघन को दर्शाता है। ग्रामीणों का कहना है नवंबर-दिसंबर के अलावा जनवरी माह में राशन वितरण से हितग्राहियों को वंचित किया गया है। ग्रामीणों का यह भी कहना कि जब राशन का आवंटन हो गया था, तो उसे वितरण क्यों नहीं किया गया। इसके अलावा राशन नहीं मिलने की शिकायत नवंबर माह में की गई थी। निराकरण नहीं होने से हितग्राहियों के सामने भूखों मरने की नौबत है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि जिले के सक्षम अधिकारी की उपस्थिति में मामले की जांच की जाए। पिछले तीन माह से जिन हितग्राहियों को राशन नहीं मिला है, उन्हें राशन प्रदान किया जाए। मामले में पूछे जाने पर सहायक खाद्य अधिकारी जेके सिंह ने बताया कि राशन वितरण नहीं होने और बदले में पैसे देने की शिकाय आई है। खाद्य इंस्पेक्टर ने जांच रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय में सौंप दी है।
ग्राम पᆬत्तेगंज में बीपीएल हितग्राहियों को खाद्य वितरण नहीं किए जाने की शिकायत आई थी। इस पर खाद्य विभाग को जांच करने का निर्देश दिया गया था। रिपोर्ट कार्यालय में आ चुकी है। अवलोकन कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।