जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) के चलते राज्य में रोगियों की मौत का सिलसिला अभी भी जारी है। राज्य में अब तक 147 लोगों की जापानी इंसेफेलाइटिस की वजह से मौत हुई है। सोमवार को इस रोग की चपेट में आने से एक और रोगी की मौत हो गई। इस रोग की चपेट में आकर अब तक राज्य में कुल 147 लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को गुवाहाटी स्थित नेशनल हेल्थ मिशन की ओर से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार राज्य में अब तक जापानी इंसेफेलाइटिस के कुल 618 मामले सामने आये हैं, जिसमें 147 लोगों की मौत हुई है। सोमवार को दो नए मामले सामने आए हैं। असम के जोरहाट जिले में एक व्यक्ति की जेई की वजह से मौत हो गई।
क्या है इंसेफेलाइटिस यानि जापानी बुखार?
इंसेफलाइटिस एक जानलेवा बीमारी है। यह एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसमें आपके दिमाग में सूजन आने लगती है। इसके लिए आपातकालीन इलाज की जरूरत होती है। इस बीमारी का शिकार कोई भी हो सकता है, लेकिन सबसे ज्यादा खतरा बच्चों और बूढ़ों को होता है।
कैसे होता है इंसेफेलाइटिस?
वैसे तो इंसेफेलाइटिस के कारणों पर निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है लेकिन फिर भी इसके ये 5 कारण हो सकते हैं।
1. वायरल इन्फेक्शन के मामले में कई वायरस दिमाग तक पहुंचकर इंसेफेलाइटिस कर सकते हैं।
2. इन्फेक्शन के खिलाफ लड़ने वाली रोग प्रतिरोधक क्षमता में गड़बड़ी आने पर ये सीधे दिमाग पर हमला कर देती है, जिससे दिमाग में सूजन आ सकती है।
3. फंगल इंफेक्शन
4. जापानी बुख़ार इंसेफलाइटिस मच्छरों से फैलने वाली बीमारी है।
बता दें कि अमरीकी सरकार की संस्था सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, दुनिया भर में भारत, इंडोनेशिया, सिंगापुर, रूस और श्रीलंका से लेकर ऑस्ट्रेलिया में इस वायरस की पहचान की गई है। सीडीसी के मुताबिक, इस बीमारी से प्रभावित होने वालों में 20 से 30 प्रतिशत लोगों की मौत हो जाती है।