तमिलनाडु भगदड़ में 40 की मौत, भगदड़ की न्यायिक जांच शुरू, डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन बोले- ‘सख्त कार्रवाई होगी'”
तमिलनाडु के करूर में शनिवार को विजय की तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) द्वारा आयोजित एक राजनीतिक रैली में मची भगदड़ मच गई। इस हादसे में कम से कम 39 लोगों की जान गई।
वहीं, 100 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि अभिनेता-राजनेता विजय के रैली में पहुँचने में सात घंटे की देरी के कारण समर्थकों की बेकाबू भीड़ उमड़ पड़ी। इस मामले की जांच की जा रही है।
इस घटना से जुड़े पल-पल के अपडेट यहां जानिए…
“तमिलनाडु भगदड़ की न्यायिक जांच शुरू, डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन बोले- ‘सख्त कार्रवाई होगी'”
तमिलनाडु में मची भगदड़ के बाद सरकार ने हाई लेवल पैनल का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता हाईकोर्ट की पूर्व जस्टिस अरुणा जगदीसन करेंगी। तमिलनाडु के डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन का कहना है कि मामले की जांच आज से ही शुरू हो जाएगी।
डिप्टी सीएम उदयनिधि के अनुसार, अरुणा जगदीसन आज से ही मामले की जांच शुरू कर देंगी। जांच के लिए वो करूर पहुंच चुकी हैं और स्थिति का जायजा ले रही हैं।
डिप्टी सीएम ने किया करूर का दौरा
डिप्टी सीएम उदयनिधि का कहना है कि पैनल के द्वारा रिपोर्ट पेश करने के बाद सीएम एम के स्टालिन इस मामले पर सख्त एक्शन लेंगे। बता दें कि एम के स्टालिन विदेश यात्रा पर जाने वाले थे। हालांकि, हादसे के बाद उन्होंने अपनी यात्रा रद कर दी और करूर दौरे पर रावना हो गए। इस दौरान डिप्टी सीएम ने पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की।
डिप्टी सीएम के साथ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यन भी मौजूद थे। मीडिया से बातचीत के दौरान उदयनिधि स्टालिन ने कहा-
कमीशन जल्द ही पीड़ित परिवारों से बात करेगा और अपनी रिपोर्ट पेश करेगा। कमीशन के सुझावों के आधार पर मुख्यमंत्री जरूरी कार्रवाई करेंगे।
पीड़ितों की हर संभव मदद होगी: स्टालिन
डिप्टी सीएम के अनुसार, 345 डॉक्टर, नर्स समेत आसपास के जिलों के चिकित्सा प्रमुख घायलों का इलाज करने के लिए मौके पर मौजूद हैं। सरकार पीड़ितों की हर संभव मदद करेगी। बता दें कि विजय की रैली में मची भगदड़ में 40 लोगों की मौत हो गई और 100 के लगभग लोग घायल हैं।
कौन हैं जस्टिस अरुणा जगदीसन, जो करेंगी करूर भगदड़ की जांच?”
तमिलनाडु के करूर में मची भगदड़ का शोर चेन्नई से लेकर दिल्ली तक सुनाई दे रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तमिलनाडु सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
वहीं, सीएम स्टालिन ने मामले की जांच हाईकोर्ट की पूर्व जस्टिस अरूणा जगदीसन को सौंप दी है।
करूर भगदड़ से पूरे देश में सनसनी फैल गई है। इस हादसे में 39 लोगों ने जान गंवा दी और 50 से ज्यादा लोग घायल हैं। वहीं, 2 घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
भगदड़ पर फौरन एक्शन लेते हुए तमिलनाडु सरकार ने हाई प्रोफाइल पैनल का गठन किया है, जिसकी जिम्मेदारी जस्टिस अरूणा जगदीसन को दी गई है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब जस्टिस अरूणा इस तरह के संवेदनशील मामले की जांच करेंगी। इससे पहले भी वो कई मामलों की जांच कर चुकी हैं।
पुलिस ने विजय के करीबी समेत कई लोगों के खिलाफ दर्ज की शिकायत”
तमिलनाडु में भगदड़ के बाद एक्टर विजय के करीबी समेत उनकी पार्टी के 2 नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के दोनों नेताओं पर हत्या का आरोप है।
इस शिकायत में विजय के करीबी माने जाने वाले एन आनंद का नाम भी शामिल है। बीती शाम करूर में मची भगदड़ में 40 लोगों की जान चली गई और 100 के लगभग लोग घायल हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
कौन हैं एन आनंद? एन आनंद को बुस्सी आनंद भी कहा जाता है। वो TVK के जनरल सचिव होने के अलावा पुदुचेरी से पूर्व विधायक भी रह चुके हैं। यही वजह है कि विजय के बाद TVK में आनंद का काफी दबदबा है।
शिकायत में कई लोगों का नाम
TVK पार्टी के जॉइंट जनरल सेक्रेटरी सीटी निर्मल कुमार, करूर से जिला अध्यक्ष हैं। इसके अलावा पुलिस की शिकायत में 3 अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत मामला दर्ज किया है। प्रशासन के नियमों के खिलाफ जाने का हवाला देते हुए सभी पर तमिलनाडु पब्लिक प्रॉपर्टी अधिनियम की धारा लगी है।
तमिलनाडु सरकार ने विजय को घेरा तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके ने भी अभिनेता से नेता बने विजय पर निशाना साधा है। सरकार का कहना है कि उन्होंने अपनी रैली में नियमों का उल्लंघन किया, जिसकी वजह से इतना बड़ा हादसा हो गया। राज्य सरकार का मानना है कि रैली में खाने-पीने की व्यवस्था नहीं की गई थी। वहीं, विजय 7 घंटे की देरी से रैली में पहुंचे। ऐसे में लोग घंटों भूखे-प्यासे विजय का इंतजार करते रहे और विजय के आने के बाद भीड़ बेकाबू हो गई।
पुलिस गाइडलाइंस के उल्लंघन का आरोप
बता दें कि विजय की रैली के लिए लोग सुबह 11 बजे से ही करूर में इकट्ठा होने लगे थे। विजय शाम को 7:40 बजे रैली में पहुंचे। करूर के मैदान में 10,000 लोगों को आने की अनुमति थी, लेकिन रैली में 30,000 के आसपास लोग एकत्रित हो गए। यही नहीं, रैली में विजय के समर्थकों ने कई पुलिस निर्देशों का भी उल्लंघन किया।
करूर में भगदड़ मचने के बाद विजय फौरन वहां से रवाना हो गए। उन्होंने त्रिची एयरपोर्ट से प्राइवेट फ्लाइट पकड़ी और चेन्नई पहुंच गए। विजय ने मृतकों के लिए 20-20 लाख रुपये के मुआवजे का एलान किया है। साथ ही घायलों को 2-2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई है।