छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले में आईआईटी भिलाई में फेज-2 चरण में करीब एक हजार करोड़ से होने वाले निर्माण कार्यों का वर्चुअल शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हुए इस शिलान्यास कार्यक्रम के बाद फेज-2 निर्माण कार्य की आधारशिला रखने के साथ आईआईटी भिलाई बुनियादी ढांचे के विकास के अगले चरण की ओर बढ़ रहा है। यह वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम आईआईटी भिलाई के नालंदा ऑडिटोरियम में किया गया। शिलान्यास में रिसर्च पार्क भी शामिल है। इस रिसर्च पार्क के जरिए छत्तीसगढ़ में इंडस्ट्रीज और अकादमियों को करीब लाया जा सकेगा। इस पहल से बड़ी कंपनियां और रिसर्च इंस्टीट्यूशंस अपने रिसर्च लैब और यूनिट आईआईटी कैंपस में ला पाएंगे। इसके लिए आईआईटी भिलाई के माध्यम से इंडस्ट्रीज 2.0 अभियान की शुरुआत होगी। आईआईटी भिलाई प्रदेश की तमाम इंडस्ट्रीज को टेक्नीकल सपोर्ट देगा।
मिलेंगे बेहतर अवसर
प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा में हुए एक कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के युवाओं को लिए तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में नई सौगात भी दी। पीएम मोदी के मंच से छत्तीसगढ़ में तकनीकी गुणवत्ता को बढ़ाने देने के लिए मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च इम्प्रूवपमेंट इन टेक्निकल एजुकेशन का शुभारंभ किया गया। बताया कि छत्तीसगढ़ में इससे युवाओं को बेहतर अवसर मिलेंगे। इस परियोजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के श्रेष्ठ शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलीटेक्निक संस्थानों अब मॉडल संस्थानों के रूप में विकसित किया जा सकेगा। इसके लिए देश के 275 संस्थानों का चयन किया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ के संस्थान भी शामिल होंगे।
फेज-2 इनका निर्माण
भवन, छात्रावास, मेस हॉल, इनडोर खेल परिसर, ओपन एयर थिएटर, कैंटीन, क्रिकेट, फुटबॉल और हॉकी मैदान, टेनिस कोर्ट, आवासीय भवन और स्वास्थ्य केंद्र और खरीदारी परिसर का विस्तार आदि शामिल हैं। आईआईटी दूसरे निर्माण फेज की ओर है। जैसे-जैसे संस्थान बढ़ेगा वैसे-वैसे छत्तीसगढ़ को तकनीकी सपोर्ट मिलने में बढ़ोतरी होगी। 96 करोड़ से बनाए जाने वाला रिसर्च पार्क इंडस्ट्री के साथ अकादमियों को मजबूती देगा। देश के साथ प्रदेश में भी तकनीकी शिक्षा का विस्तार होगा, इससे नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय में इन्क्यूबेशन शुरू करने और स्टार्टअप को बढ़ाने के लिए प्रयास चल रहे हैं।